हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 33 वर्षीय मो. अहमद अली ने केंद्रीय जेल में रविवार सुबह टीन की पत्ती से दोनों हाथों की कलाइयों की नस काट ली। गला रेतने का भी प्रयास किया। सूचना मिलते ही जेल प्रशासन ने जख्मी कैदी को फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया।

कैदियों को दिखाकर काटने लगा दोनों हाथ की नस

फिलहाल वह स्वस्थ बताया जा रहा है। उसे पिछले साल ही हजारीबाग जेल से दुमका शिफ्ट किया गया था। सुबह करीब आठ बजे सभी कैदी व बंदी अपने कामकाज में व्यस्त थे। अली जेल के अंदर टेलीफोन बूथ के पीछे गया और कैदियों को दिखाकर दोनों हाथ की नस काटने लगा। दूसरे बंदियों ने आकर रोका और काराधीक्षक को सूचना दी। जेल अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची।

हजारीबाग जाने की करता था जिद

उसे हजारीबाग की अदालत ने हत्याकांड में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। सुरक्षा के लिहाज से उसे 2022 में दुमका जेल भेज दिया गया। यहां आने के बाद वह उदास रहने लगा। कई बार अधीक्षक से हजारीबाग भेजने का अनुरोध किया। वह अक्सर अपने घर जाने की जिद करता था।

जेल प्रशासन पर दबाव बनाने की थी कोशिश

जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए उसने जान देने का प्रयास किया। इस हरकत के लिए उस पर केस हो सकता है। जेल प्रशासन का कहना है कि उसकी हालत में सुधार होने के बाद तय किया जाएगा कि उस पर केस किया जाए या माफ कर दिया जाए।