जयपुर । जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल कनेक्शनों (एफएचटीसी) की संख्या 8153 तक पहुंच गई। जनवरी 2023 के पहले सप्ताह में औसत कनेक्शन 5207 प्रतिदिन की रफ्तार से हुए। इससे पहले दिसम्बर माह के आखिरी सप्ताह में भी जल कनेक्शनों की संख्या औसत लगभग 5 हजार प्रतिदिन रही। करौली जिले ने जनवरी में सर्वाधिक 1195 प्रतिदिन जल कनेक्शन किए हैं जबकि जयपुर में 694 कनेक्शन प्रतिदिन हो रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक जेजेएम में 5 हजार 315 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। सिर्फ जनवरी माह के 9 दिनों में 325 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं। इससे पहले दिसम्बर 2022 में 768.38 करोड़ रूपए व्यय हुए थे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल द्वारा मंगलवार को ली गई जल जीवन मिशन एवं विभाग की विभिन्न पेयजल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान ये आंकड़े सामने आए। डॉ. अग्रवाल ने प्रतिदिन औसतन जल कनेक्शन 6 हजार तक पहुंचने को विभाग की उपलब्धि बताया और इसे लगातार बढ़ाकर तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश फील्ड अभियंताओं को दिए। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि दिसम्बर एवं जनवरी माह में बना यह मोमेन्टम बरकरार रखते हुए अधिक से अधिक ग्रामीण घरों को जल कनेक्शनों से जोडऩा होगा।  अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य की विभिन्न जल प्रदाय योजनाओं में चिन्हित की गई कुल 2633 किलोमीटर तक की पुरानी एवं क्षतिग्रस्त पाइपलाइन में से 1049 किलोमीटर पाइपलाइन बदलने की स्वीकृति दे दी गई है। उन्होंने शेष पाइपलाइन बदलने के लिए प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध जल संबंधों एवं बूस्टर्स के खिलाफ भी प्रभावी रूप से कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 1 अप्रेल 2022 से 3 जनवरी 2023 तक 11 हजार से अधिक अवैध जल संबंध हटाए गए तथा 1400 से अधिक जल संबंधों को नियमित किया गया। इनमें अजमेर में 2073 नागौर में 1874 जयपुर में 1839 एवं अलवर में 1124 अवैध कनेक्शन हटाए गए। इस अवधि में करीब 565 अवैध बूस्टर्स भी जब्त किए गए।