जयपुर । राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में गहलोत पैनल कोड अपराधियों के लिए वरदहस्त बन गया है। प्रदेश में महिला, युवा, संत, व्यापारी, दलित और आदिवासी एक भी वर्ग सुरक्षित नहीं है। लोगों को सुरक्षा देने वाली पुलिस को स्वयं सुरक्षा की दरकार है। राजस्थान में दुष्कर्म के 16 हादसे हो रहे हे। गहलोत दुष्कर्म के 48 प्रतिशत मामलों को नकार चुके है।  हाल ही में मुखिया ने फांसी की सजा के प्रावधान से रेप के बाद हत्या के हादसों की बढ़ोतरी के संबंध में बयान देकर संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो गृह विभाग के भी मुखिया है। उन्होंने अपने शासन में भीड़ के माध्यम से कानून हाथ में लेने की छूट दे रखी है। यही कारण है कि अलवर के गोविंदगढ़ में निर्दोष चिरंजीलाल के साथ मॉब लिंचिंग का हादसा हो गया।