जयपुर: जयपुर में एक महिला ने अपनी दो बेटियों को फंदे पर लटकाकर खुद भी फांसी पर लटक गई। दो साल की एक बेटी को परिवार वालों ने बचा लिया, जबकि मां और बड़ी बेटी की मौत हो गई। घटना मंगलवार देर रात कालवाडा थाना इलाके की है। मृतका के परिजनों ने पति और ससुराल वालों पर उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।   

जानकारी के अनुसार घटना रामला का बांस गांव की है। यहां रहने वाली सुनीता देवी पत्नी मुकेश निठरवाल ने सोमवार रात करीब आठ बजे दो बेटियों उसमा (4) और तविशा (2) के साथ खुद को कमरे में बंद कर लिया। कुछ देर बाद कमरे से बच्चियों के रोने की आवाज आने लगी। परिजनों ने सुनीता को आवाज लगाई, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। अनहोनी की आशंका के चलते परिवार के लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। 

इसके बाद उन्होंने देखा कि सुनीता, उसमा और तविशा तीनों फंदे पर लटकी हुईं हैं। सुनीता और उसमा की मौत हो चुकी थी जबकि तविशा फंदे पर लटकी हुई रो रही थी। फंदे में हाथ फंस जाने के कारण उसका गला नहीं दब पाया, जिसे वह बच गई। तविशा को नीचे उतारने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। एफएसएल टीम के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके से सबूत जाए और शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। सूचना पर पहुंचे मृतक सुनीता के माता-पिता ने कालवाड़ थाने में ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या का केस दर्ज कराया है।  

अपनी शिकायत में उन्होंने पुलिस को बताया कि सुनीता और मुकेश की शादी 2018 में हुई थी। शादी के कुछ महीनों बाद ससुराल वालों ने सुनीता को दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया था। इसे लेकर दोनों परिवारों में समझौते को लेकर कई बार बातचीत हुई, इसके बाद भी ससुराल वालों ने सुनीता को परेशान करना बंद नहीं किया था। इसी से तंग आकर सुनीता ने बच्चियों के साथ आत्महत्या कर ली।