नई दिल्ली । कोयला मंत्रालय के तहत कोयला/लिग्नाइट सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (पीएसयू) ने देश की बढ़ती हुई ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए न केवल अपने उत्पादन स्तर को बढ़ाया है, बल्कि कोयला क्षेत्रों और उसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापक पौधरोपण सहित विभिन्न राहत उपायों को अपनाकर देश के पर्यावरण के प्रति अपनी संवेदनशीलता और रुचि भी दर्शायी है। कोयला मंत्रालय के तत्वावधान में, कोयला/लिग्नाइट सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों ने वित्त वर्ष 2023-24 में 2400 हेक्टेयर क्षेत्र में 50 लाख से अधिक पौधों की रोपाई करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कोयला/लिग्नाइट सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम पौधरोपण के इस परिकल्पित लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ब्लॉक पौधरोपण, पथ पौधरोपण, तीन स्तरीय पौधरोपण, उच्च तकनीक खेती और बांस रोपण के माध्यम से अगस्त, 2023 तक 1117 हेक्टेयर भूमि पर देशी प्रजातियों के 19.5 लाख से अधिक पौधे लगाए हैं। कोयला/लिग्नाइट सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों ने 2030 तक कोयला क्षेत्रों और उसके आसपास के क्षेत्रों की लगभग 30,000 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि में पौधरोपण करने की परिकल्पना की है, जिससे कार्बन सिंक में काफी वृद्धि होगी।