चंडीगढ़। आगामी अक्टूबर-नवंबर महीने में भारत में होने वाले क्रिकेट विश्व कप-2023 के लिए कार्यक्रम में मेजबान शहरों की सूची से मोहाली को बाहर रखा गया है। ऐसे में पंजाब विधानसभा के विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मोहाली क्रिकेट स्टेडियम को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 मैचों की मेजबानी के आयोजन स्थलों की सूची से बाहर रखने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को दोषी ठहराया है। बाजवा ने कहा कि आप सरकार और पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) को नए स्टेडियम के निर्माण कार्य में तेजी लानी चाहिए थी, यह जानते हुए कि विश्व कप नजदीक है।

खराब कानून व्यवस्था के कारण मोहाली में नहीं हो रहा मैच

प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि आप सरकार राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करने में विफल रही है, जो स्टेडियम को बाहर रखने का एक और कारण है। उन्होंने कहा कि जब से आप राज्य में सत्ता में आई है, संगठित अपराध राज्य में बढ़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी को यह बताना चाहिए कि क्या सुरक्षा कारणों से राज्य के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को क्रिकेट विश्व कप 2023 मैचों की मेजबानी के लिए स्थलों की सूची से बाहर रखा गया है।

पर्यटन उद्योग और अर्थव्यवस्था को होगा नुकसान

बाजवा ने कहा कि मोहाली क्रिकेट स्टेडियम को बाहर रखने से राज्य के पर्यटन उद्योग और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने बठिंडा के पूर्व कार डीलर अमरजीत मेहता को पीसीए का नया प्रमुख नियुक्त किए जाने पर भी सवाल उठाए।

बाजवा ने एक बयान में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर पंजाब के साथ भेदभाव करने और अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम को अनुचित प्राथमिकता देने के लिए भी हमला किया। जहां विश्व कप के शुरुआती और अंतिम दोनों मैचों की मेजबानी होनी है।

राज्य के साथ हुआ है पक्षपात

प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि बीसीसीआई को पंजाब के लोगों की भावनाओं का अधिक ध्यान रखना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मोहाली क्रिकेट स्टेडियम में मैज नहीं करवाना राज्य के खिलाफ पक्षपात का स्पष्ट मामला है।