जयपुर । खनन विभाग द्वारा खान सुरक्षा एवं सिलिकोसिस जागरूकता हेतु प्रदेश में चलाए जा रहे विशेष अभियान के अन्तर्गत खनन विभाग के निदेशक संदेश नायक ने जोधपुर में सेंड स्टोन क्वारी लाइसेंस क्षेत्र एवं सेंड स्टोन की प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण कर सेंड स्टोन के खनन एवं प्रोसेसिंग का बारीकी से अवलोकन किया।
 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों की पालना में खनन क्षेत्र से जुड़े विभिन्न प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर खानधारियों को सुरक्षित खनन करने एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव (खान) श्री सुबोध अग्रवाल के निर्देशों के क्रम में उन्होंने जिले में सिलिकोसिस की रोकथाम एवं उन्मूलन हेतु वेट ड्रिलिंग एवं उन्नत तकनीक से खनन करने हेतु निर्देशित किया।  खान निदेशक ने बताया कि जिन खानधारियों द्वारा वेट ड्रिलिंग एवं सुरक्षित खनन नहीं किया जाएगा, उनके विरुद्ध विभाग द्वारा निरीक्षण कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।  खानधारियों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा वर्तमान में अधिकांश खनन वायरशा मशीन द्वारा किया जा रहा है, जिसमें वेट कटिंग होती है। इसके अतिरिक्त कार्निंग वर्क सीएनसी मशीन की सहायता से किया जा रहा है, जिससे डस्ट का उत्पादन नहीं होता है। खानधारियों से क्वारी लाइसेंस की अवधि में अभिवृद्धि हेतु निर्धारित प्रीमियम राशि को कम करने की मांग की। एमएलपीसी के प्रतिनिधि श्री राणा सेनगुप्ता ने वेट ड्रिलिंग के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग कर इस समस्या का निदान करने हेतु सुझाव दिया।खान निदेशक नायक ने वर्तमान में बेरीगंगा वन खंड के डायवर्जन हेतु प्रस्तावित क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा खनिज विभाग के अधिकारियों को संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द डायवर्जन की प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान खानधारियों के विभिन्न पत्थर एमएलपीसी के प्रतिनिधि राणा सेनगुप्ता एवं खनिज विभाग के अतिरिक्त निदेशक मुख्यालय श्री जेके गुरुबक्षानी, जोधपुर वृत्त के अधीक्षण खनिज अभियंता धर्मेंद्र लोहार, खनिज अभियंता श्याम कापडी, सहायक खनिज अभियंता सोहन लाल सुथार, उद्योग संघ के प्रतिनिधि, प्रोसेसिंग यूनिट के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।