प्रदेश की राजधानी जयपुर के दिल यानी सचिवालय से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित अशोक नगर थाना पिछले तीन दिन से पूरे देश में सुर्खियों में बना हुआ है। कारण है राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जो थाने के बाहर आज तीसरे दिन भी धरने पर मौजूद हैं। जैसा कि विधित है कि डॉ. किरोड़ी की मांग है कि जल विभाग में जो घोटाला उन्होंने सार्वजानिक किया है उसकी एफआईआर दर्ज की जाए, उक्त घोटाले में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के अनुसार एसीएएस सुबोध अग्रवाल और मंत्री महेश जोशी का भी नाम हैं, इस एफआईआर को लेकर पिछले तीन दिन से डॉ. किरोड़ी थाने के बाहर सड़क पर एक तिरपाल के नीचे बैठे हुए हैं। 

डॉ. किरोड़ी की जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से भी मुलाकात हो चुकी है, परंतु कोई नतीजा नहीं निकला। डॉ. किरोड़ी का कहना है कि पुलिस एफआईआर दर्ज करे, क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रदेश में सभी एफआईआर लिखी जाती हैं और सुप्रीम कोर्ट का भी कहना है कि एफआईआर दर्ज करना पुलिस का काम है और फरियादी की एफआईआर दर्ज कर जांच होनी चाहिए। आज धरने का तीसरा दिन है। अभी तक नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी डॉ. किरोड़ी के धरनास्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दे चुके हैं।

जब मीणा के धरने का मुद्दा उठाया तो न भाजपा और न ही कांग्रेस ने कोई जवाब दिया। पुलिस के अधिकारियों से बातचीत की गई कि एफआईआर क्यों नहीं हो रही तो उनका कहना था कि यह मामला एसीबी का है। आज सुबह जब डॉ. किरोड़ी लाल मीणा नहाने के लिए गए तब पुलिस ने धरनास्थल को घेर लिया और खड़ी गाड़ियों को क्रेनों से उठा करके जब्त कर लिया। पुलिस का पहरा लगा गया दिया गया। धरनास्थल जाने पर रोक लगा दी गई। भारी मशक्कत और विवाद के बाद जब डॉ. किरोड़ी लाल नहीं माने तो पुलिस ने मीणा को हिरासत में लिया।

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर से स्पष्ट कर दिया है कि वो इतनी आसानी से इस मुद्दे को खत्म नहीं होने देंगे। पुलिस को एफआईआर करनी ही होगी। डॉ. किरोड़ी लाल बोले कि गहलोत राज में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।