बड़े शहरों को पीछे छोड़ भोपाल में दमघोंटू है हवा
भोपाल । भोपाल अब प्रदूषित हो रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स बता रहे हैं कि यहां की हवा की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है। शनिवार को जब पूरा शहर रंगपंचमी मना रहा था, लोग घर व मोहल्लों में ही थे, निर्माण भी बंद थे, उस समय भी हवा में धूल व विषैले कण तय मानक से अधिक थे। सामान्य दिनों में तो ये कई गुना होते हैं। बावजूद इसके शहर के किसी नेताजी के चुनावी मुद्दे में शहर का प्रदूषण शामिल ही नहीं है। एयर क्वालिटी इंडेक्स की रियल टाइम रिपोर्ट बताती है कि भोपाल से मंडीदीप और भोपाल से सीहोर तक एयर क्वालिटी 100 से अधिक रही। ऐसे में समझा जा सकता है कि प्रदूषण कितनी बड़ी चिंता बन गई है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स की माप विभिन्न प्रदूषणों के स्तर को मापने के लिए किया जाता है, जैसे कि पीएम2.5 (अत्यल्प कण), पीएम10, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोक्साइड, और ऑजोन। इन प्रदूषणों के स्तर को मापकर, एक एयर क्वालिटी इंडेक्स संख्या तैयार की जाती है जो वायुमंडल की गुणवत्ता को दर्शाती है।
इन स्थानों पर सबसे ज्यादा प्रदूषण
हमीदिया रोड, काली मंदिर रोड, करोद रोड, भदभदा रोड, कोलार रोड, नेहरू नगर रोड, चूनाभट्टी रोड, शाहपुरा रोड, रोहित नगर से दानिशकुंज व सीआइ चौराहा रोड, इंडस रोड, 12 नंबर रोड, गणेश मंदिर से एमपी नगर रोड, ङ्क्षलक रोड, लालघाटी से पीरगेट व पोलीटेक्रिक रोड, हलालपुरा से सीहोर नाका रोड, गांधी नगर रोड, एयरपोर्ट रोड।
गंभीर बीमारियों का खतरा
डॉ. धीरज शुक्ला का कहना है कि सस्पेंडेड पर्टीकूलेट मैटर यानि उड़ते धूलकण सांस संबंधी बीमारियों के कारक होते हैं। शरीर की इ्यूनिटी पर असर डालते हैं। कई तरह के संक्रमण और बीमारियां का सबब बन सकते हैं।