नई दिल्ली । कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल ने यह कहकर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है कि राज्य के सीएम सिद्धारमैया पांच साल तक बतौर सीएम राज्य की सेवा करेंगे।  कर्नाटक में नई सरकार के बनने के बाद से ही अंदरखाने में पावर शेयरिंग को लेकर कई तरह की बातें शुरू हो गई हैं। कर्नाटक के कुछ नेताओं का दावा है कि सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच पावर शेयरिंग को लेकर किसी फॉर्मूले पर कोई बात नहीं हुई है। इन तमाम तरह की अटकलों के बीच राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि लोगों को जो बोलना है बोलने दीजिए। 
इससे पहले कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि राज्य के सीएम सिद्धारमैया पांच साल तक बतौर सीएम राज्य की सेवा करेंगे। पाटिल ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि सिद्धारमैया बतौर सीएम पांच साल तक अपनी सेवा देंगे। अगर पावर शेयरिंग को लेकर किसी तरह की बात हुई होती तो पार्टी हाईकमान इसकी सूचना हमें जरूर देते। पावर शेयरिंग जैसी कोई बात नहीं है। 
ज्ञात रहे  कि पहले ऐसा कहा जा रहा था कि 2024 के चुनाव के बाद कर्नाटक में सीएम बदला जाएगा। पाटिल ने कहा कि अगर ऐसा होता तो ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल हमें  जरूर बताते। कर्नाटक के मंत्री के इन दावों के बीच डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान इन बातों को ध्यान रखेगा। 
उन्होंने आगे कहा कि लोगों को बात करने दीजिए। कांग्रेस हाईकमान है, मुख्यमंत्री हैं, कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस नेता के बड़े बयान पर बीजेपी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के विधायक और राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजेंदर ने कहा कि आने वाले दिनों में आपको और फर्क दिखेगा। जहां तक बात पावर शेयरिंग की है तो हमें इसकी सबसे कम चिंता है।