भोपाल। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित विशेष कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत सीखो और कमाओ योजना को कैबिनेट की मंजूरी दी गई। योजना को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि आज अपने बेरोजगार बेटा बेटियों के लिए हमनें एक नई योजना को कैबिनेट में मंजूरी दी है, यह योजना है, मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना। सीएम ने कहा कि गरीब से गरीब मतलब जो ज्यादा परेशानी की योजना क्लिक हो सके सीखो और कमाओ योजना। इस योजना के अंतर्गत 12वीं पास जो आईटीआई किया है, वह बच्चे जिन्होंने ग्रेजुएशन किया है, पोस्ट ग्रेजुएशन किया है, वो सारे के सारे इस योजना के लिए पात्र होंगे। इसमें इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिकल, सीनियर मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रैवल और अस्पताल, आईटीआई, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का क्षेत्र बैंकिंग बीमा, लेखा चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य वित्तीय सेवाएं संबंधी काम बच्चों को काम सिखाए जाएंगे। इंडस्ट्रीज उद्योग, एमएसएमई उद्योग या अन्य सर्विस सेक्टर इनमें 700 काम अलग-अलग सिखाए जाएंगे और काम किसी प्राइवेट फैक्ट्री इंस्टिट्यूशन हो लेकिन काम सीखने के बदले हम बच्चों को पैसा देंगे और जीबीटी के माध्यम से यह पैसा उनके खातों में जाएगा। योजना के दौरान युवाओं को 8 से 10 हजार रूपए का स्टायपेंड भी दिया जायेगा। 

कमलनाथ ने किया हमला
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रदेश सरकार की युवा कौशल कमाई योजना पर तंज करते हुए कहा, कि प्रदेश में जब चुनाव होने में महज 5 महीने बचे हैं, तब सरकार को युवाओ, महिलाओ के साथ ही किसानों की भी याद आ रही है, इससे पहले 18 साल तक उनकी याद इस सरकार को क्यों नहीं आई। कमलनाथ ने आगे कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के युवाओं और सभी मतदाताओं को गुमराह कर बेवकूफ बनाने का काम कर रही है। लेकिन आम जनता अब भाजपा की करनी और कथनी का फर्क समझ गई है, जिसका जवाब आने वाले चुनाव में वह भाजपा को देगी और बीते 18 सालो के कार्यकाल से यह साबित हो गया है, कि सीएम केवल घोषणावीर है।