भोपाल । मध्य प्रदेश में 50 प्रतिशत कमीशन के पत्र पर सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस की तरफ जारी पत्र को भाजपा के फर्जी बता एफआईआर करने के बयान पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने पलटवार किया है।  कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार के हजारों मामले है। भाजपा किस किस मामले में केस करेगी। वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार और घोटालों का गढ़ बन चुका है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भोपाल में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के हजारों मामले है। भाजपा किन किन पर केस करेंगी। अब जब खुलासा हो रहा है तो प्रदेश में भ्रष्टाचार का खुलासा हो रहा है तो इनके पास उपाय क्या बचा? प्रधानमंत्री के दौरे पर कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी को सब कुछ याद आने लगा  है। संत रविदास याद आने लगे सब कुछ याद आने लगा यह तो हालत है। लेकिन सोचते हैं कि जनता का ध्यान मोड़ पाएंगे लोगों को गुमराह कर पाएंगे। मध्य प्रदेश के मतदाता ने तय कर लिया है। बड़े प्यार से शिवराज सिंह को विदा करेंगे
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने एक बयान जारी कर कहा कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार और घोटालों को गढ़ बन चुका है। 220 माह की सरकार में 220 से ज्यादा महा घोटाले हुए है। व्यापम घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला मध्य प्रदेश में होता है। पुलिस महाघोटाले प्रदेश में हो रहे है। भ्रष्टाचार की बात करेंगे तो कुछ दिन पहले कांट्रेक्टर और पेटी कांट्रेक्टर ने ग्वालियर हाईकोर्ट में लिखित आवेदन लगाया, जिसमें बताया कि प्रदेश की सरकार काम करने की एवज में 50 प्रतिशत कमीशन मांगती है।  मध्य प्रदेश 50 प्रतिशत कमीशन वाला राज्य बन चुका है।
यादव ने कहा कि कर्नाटक में 40 प्रतिश कमीशन लिया जाता था, वहां की जनता ने 40 प्रतिशत कमीशन लेने वाली सरकार को उखाड़ फेंका है। यादव ने जनता से आह्वान करते हुए कहा कि प्रदेश जो घोटालों का प्रदेश बन चुका है। ऐसी भ्रष्टाचार और कमीशन खोर सरकार को उखाड़ फेंकना है और ऐसी सरकार लाना है, जो किसान, दलित और आदिवासी के उत्थान की बात करें। जो बेरोजगारों को रोजगार देने की बात करें।