भोपाल ।    कांग्रेस के प्रदेशाध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री कमल नाथ द्वारा विधायकों के बारे में दिए गए बयान को लेकर भाजपा चौतरफा हमलावर है। इसी को लेकर अब सीएम शिवराज ने भी कमल नाथ हमला बोला है। बुधवार सुबह नियमित पौधारोपण के पश्‍चात सीएम शिवराज ने मीडियाकर्मियों से चर्चा के दौरान कहा कि मुझे कमल नाथ जी पर तरस आता है। कई बार लगता है उम्र अब हावी हो रही है। अब वह कहते हैं कि विधायकों की कोई कीमत नहीं होती। लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधि की हैसियत भी संविधान में बताई गई है, और कांग्रेस की यह भी जानती है कि मुख्यमंत्री विधायक ही चुनते हैं।

कांग्रेस का भगवान ही मालिक

शिवराज ने इसी बहाने कमल नाथ को उनकी सरकार गिर जाने की याद दिलाई और कहा कि वे पहले भी कहते थे कि मुझे जरूरत नहीं है तो लोग निकल कर आ गए। अब फिर अभी से कह रहे हैं मुझे जरूरत नहीं है, जाओ जहां जाना हो। अपने आप को कहलवाते हैं भावी मुख्यमंत्री, अवश्यंभावी सीएम और कहते हैं विधायकों की जरूरत ही नहीं है। अब कांग्रेस का भगवान ही मालिक है जिसका नेता कह रहा हो मुझे जरूरत ही नहीं है। यह उनका अहंकार भी है।

कमल नाथ हो भी नहीं सकते मामा, किसान या चाय वाले

शिवराज ने कहा कि पता नहीं कमल नाथ क्या-क्या बोलते हैं। उन्‍होंने मंगलवार को कहीं कहा कि न मैं चाय बैचने वाला हूं, न मैं मामा हूं। मामा तो आप हो ही नहीं सकते। मामा तो वह होता है जिसके दिल में बहनों और बेटियों के लिए इज्जत होती है। तुम किसान हो नहीं सकते, क्योंकि तुमने किसानों के वादे कभी पूरे नहीं किए कर्जमाफी का वादा करके मुकर गए। माटी की सौंधी सुगंध आज जानते नहीं हो। चाय वाला तो कोई गरीब ही हो सकता है। सोने की चम्मच मुंह में लेकर पैदा होकर कारपोरेट राजनीति करने वाले और मौका मिलते ही पूरे प्रदेश को लूटने वाले कैसे चाय वाले हो सकते हैं।