मटवारी स्थित गांधी मैदान में गुरुवार को झामुमो ने अपना 45वां स्थापना दिवस समारोह भव्यता के साथ मनाया। सांस्कृतिक दलों के साथ झामुमो ने स्थापना दिवस समारोह के बहाने अपनी ताकत का भी प्रदर्शन किया और करीब आठ से दस हजार लोग समारोह में शामिल हुए।

जिंदाबाद के नारों से गूंज उठा पंडाल

दिन के 11 बजे से कार्यकर्ताओं की टोली पहुंचने लगी थी। करीब चार बजे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का आगमन हुआ और जिंदाबाद के नारों से पूरा पंडाल गुंज उठा। कार्यकर्ता 'जेल का ताला टूटेगा हेमंत सोरेन छूटेगा' के नारे के बीच कल्पना सोरेन का स्वागत किया गया।

वही देश और राज्य के साथ-साथ पार्टी के शहीदों को नमन करते हुए कल्पना सोरेन ने अपना संबोधन प्रारंभ किया। देरी के लिए माफी मांगी और बताया कि हेमंत जेल में हैं, सप्ताह में एक दिन मुलाकात की होती है और उनसे मिलकर आने में देर हो गई।

जेल से हेमंत का संदेश लेकर आई कल्‍पना

कल्पना सोरेन ने कि जेल से संदेश लेकर आई हूं, आपका बेटा झुकेगा नहीं, रुकेगा नहीं। बताया कि दिशोम गुरु ने नंगे पाव महाजनों के खिलाफ आंदोलन प्रारंभ किया था।

उनके सामने उनके पिता की हत्या आवाज उठाने के कारण कर दी गई। वे डरे नहीं, लड़े और राज्य को अलग पहचान दी। बताया कि हेमंत भी बाबा की तरह संघर्ष कर रहे हैं, झुकेंगे नहीं, संघर्ष करेंगे।

जनता से मांगा दिल्‍ली की सत्ता को हिलाने का आशीर्वाद

कल्‍पना ने आगे कहा कि भाजपा आदिवासी का बेटा हेमंत को देखना नहीं चाहती। झारखंड से सौतेला व्यवहार और नफरत करती है। उन्‍होंने कोविड काल में किए गए कार्यों का जिक्र किया और उनके द्वारा योजनाओं की जानकारी देते हुए चुनाव में मतदान कर हेमंत को दिल्ली की सत्ता को हिलाने का आशीर्वाद मांगा।

समारोह में शामिल होने पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथलेश ठाकुर, राज्य सभा सदस्य महुआ माझी, विधायक मथुरा महतो, गिरिडीह विधायक सुदीव्य कुमार सोनू, संजीव बेदिया, फागू बेसरा के साथ साथ कमल नयन सिंह व प्रमंडल स्तर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे।

सभा में जुटी जनजातीय महिलाओं की भीड़

दिन के एक बजे नेताओं का गाजा बाजे के साथ आगमन प्रारंभ हो गया था और यह सिलसिला मुख्य अतिथि कल्पना सोरेन के आगमन तक चला। समारोह में ग्रामीण क्षेत्र से आए जनजातीय महिलाओं की सबसे अधिक संख्या रही और वे पूरे समय तक पंडाल में जमे रहे।

झामुमो का इतिहास विकास गीत के माध्यम से कलाकार पेश करते रहे। पेलावल से मो. सरफुद्दीन के नेतृत्व में दो पेड़ पौधा के सांकेतिक रुप में रथ बनाकर मोटरसाइकिल पहुंचे और ये समारोह में चर्चा का विषय बना रहा। जिला प्रशासन की ओर से पांच बजे तक सभा करने की अनुमति प्रदान की गई थी और निर्धारित समय से 10 मिनट पूर्व सभा को समाप्त कर दी गई।

कल्‍पना संग तस्‍वीर खिंचवाने के लिए कार्यकर्ता दिखे उत्‍सुक

इस दौरान कार्यकर्ता और नेता पूर्व मुख्यमंत्री कल्पना सोरेन के साथ एक तस्वीर के लिए प्रयास करते दिखाई दिए। सभा और समारोह का केंद्र बिंदू भी कल्पना सोरेन थी और अपने शानदार भाषण से हेमंत सोरेन का संदेश भी कार्यकर्ताओं तक पहुंचाया।

सभा की समाप्ति संथाली भाषा में दिशोम गुरु शिबु सोरेन के संदेश के साथ संपन्न हुआ। समारोह को विधायक मथुरा महतो, मंत्री मिथलेश सिंह, विधायक सोनू कुमार सूदीप, कमल नयन सिंह, फागू बेसरा, सहित अन्य ने भी संबोधित किया।