शहर के कोकर में सोमवार को बारिश इतनी हुई कि ठीक से सड़कें तक नहीं भीग पाईं। पानी के दो-चार बूंद पड़कर रह गए। मोरहाबादी में हल्की वर्षा हुई। वहां कुछ राहत मिली। शेष अन्य जगहों पर 15 से 20 मिनट तक तेज हवा चली। बादल उमड़े-धुमड़े भी। आसमान का रंग बदलकर रह गया। कुल मिलाकर धरती की बेचैनी को बादल बढ़ा गए।

बौछारों की उम्‍मीद लगाए बैठे लोगों को हुई निराशा

कई दिनों से तप रही भूमि पर कुछ बूंदें पड़ीं, लेकिन वे भाप बनकर उड़ गईं। इससे आसमान की ओर टकटकी लगाए लोगों के अरमान हवा में उड़ गए। प्रदेश में सोमवार से प्री-मानसून गतिविधियां शुरू होने की उम्मीद थीं। रिमझिम फुहारों के साथ राहत मिलने के आसार थे। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार, आने वाले दिनों में राज्यवासियों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। सोमवार दोपहर के बाद लगा कि प्री-मानसून की वर्षा शुरू होगी, किंतु कहीं-कहीं ही कुछ बूंदें बस पड़ीं। राज्य के उत्तरी पूर्वी और मध्यम भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना जताई जा रही है। 18 से 20 जून तक मानसून झारखंड में पहुंच जाएगा।