भोपाल। पांचवी-आठवीं की बोर्ड पैटर्न पर परीक्षाएं 13 साल  बाद आयोजित की गई थीं। अब उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन और इसके बाद प्रत्येक प्रश्न के नंबर पोर्टल पर दर्ज कराने की मशक्कत शिक्षकों को उलझन में डाल रही है। शिक्षक परेशानी से बचने के लिए कम्प्यूटर ऑपरेटर की मांग कर रहे हैं।  30 अप्रैल तक राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से दोनों कक्षाओं का परिणाम जारी करना सुनिश्चित किया गया था, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह संभव नहीं लगता है। हिंदी मीडियम की कॉपियां का तकरीबन मूल्यांकन अंतिम चरण में है, वहीं अंग्रेजी मीडियम की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन चल रहा है। इसके साथ समस्या यह है कि उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद प्रत्येक प्रश्न के सिलसिलेवार नंबर पोर्टल पर दर्ज कराना है। यह शिक्षकों के लिए चुनौती बना हुआ है। इसके कारण समय पर परिणाम जारी करना संभव नहीं है।
शिक्षकों को ऑनलाइन पोर्टल पर मोबाइल के माध्यम से उत्तरपुस्तिकाओं के नंबर दर्ज करा रहे हैं। कई जगह मूल्यांकन केंद्र व स्कूलों में नेटवर्किंग की समस्या भी है, जिसके कारण कार्य करना मुश्किल है। शिक्षक दिनभर मोबाइल और नेटवर्क के चक्कर में उलझे रहते हैं।