गुरुवार को राजस्थान में 3 कोविड संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। मरने वालों में जयपुर के 2 और नागौर का 1 मरीज शामिल है। साथ ही कोरोना के 293 नए पॉजिटिव केस मिले है। लगातार दूसरे दिन सूबे में कोरोना संक्रमित 200 से ज्यादा मरीज मिले हैं। इससे पहले बुधवार को एक ही दिन में 300 से ज्यादा संक्रमित केस उजागर हुए थे। 

जयपुर में कोरोना का विस्फोट- 121 रोगी मिले

स्वास्थ्य विभाग की सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर में सबसे ज्यादा 121 कोरोना पॉजिटिव रोगी मिले हैं। जोधपुर में 27, सीकर में 24, बीकानेर में 18, चित्तौड़गढ़ में 17,  उदयपुर में 17, भीलवाड़ा में 6, अलवर में 10, बांसवाड़ा में 6, अजमेर में 5, चूरू में 8, दौसा में 6, बूंदी में 3, डूंगरपुर में 2, श्रीगंगानगर में 1, जैसलमेर में 5, झालावाड़ में 1 नागौर में 6, पाली में 5,  सिरोही में 2 टोंक में 3 कोरोना संक्रमित केस सामने आए हैं। 

प्रदेश में कुल एक्टिव केसों की संख्या 1474 है। गुरुवार को 61 कोरोना संक्रमित रोगी रिकवर हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 6459 लोगों के सैंपल टेस्ट हुए हैं, इनमें से 293 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 4.54 रही है।

कोविड RT-PCR टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने के निर्देश

कोविड-19 के बढ़ते केसों और मौतों के मद्देनजर मेडिकल एंड हेल्थ डिपार्टमेंट ने प्रदेश के सभी सीएमएचओ को टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जीनोम सीक्वेंसिंग भी बढ़ाई गई है। ताकि कोविड के तेज़ी से फैल रहे वेरिएंट्स और उनकी गंभीरता का पता लगाया जा सके।  

अस्पताल और डॉक्टर्स को विशेष निर्देश

अस्पतालों में डॉक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं कि जिन मरीजों में आईएलआई और कोरोना के लक्षण दिखाई दें, उनकी जांच जरूर करवाई जाए।  मार्च महीने तक प्रतिदिन करीब 2 हजार मरीजों के सैम्पल टेस्ट के लिए लिए जाते थे, अब इनकी संख्या बढ़ाकर 3000 प्रतिदिन से ज्यादा कर दी गई है। इसे धीरे-धीरे और बढ़ाया जा रहा है। सभी अस्पतालों के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर्स को अस्पताल में मेडिकल और नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, डॉक्टर्स को मास्क ,सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए भी निर्देश दिए जा रहे हैं।