वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में महंगाई दर सामान्‍य स्‍तर से ऊपर बनी हुई है। सरकार की तरफ से इसे नियंत्रित करने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कर्नाटक में आयोज‍ित एक कार्यक्रम में कहा, हमने काफी नपे-तुले दृष्टिकोण को अपनाया है।महंगाई दर नॉर्मल लेवल से ऊपर बनी हुई है। लेकिन इस पर लगातार काम किया जा रहा है, ताकि इसे नीचे लाया जा सके।
व‍ित्‍त मंत्री का बयान ऐसे समय में आया है जब महंगाई दर में कमी के बावजूद, ओपेके प्‍लस (OPEC +) के उत्‍पादन में कटौती और मानसून में कमी की भविष्यवाणी ने कीमतों पर चिंताएं बढ़ा दी हैं हालांक‍ि आरबीआई के इस संदेश से लोग उत्सुक है कि ब्याज दर अपनी चरम सीमा है। इससे उम्‍मीद की जा रही है क‍ि आने वाले समय में ब्‍याज दर में आरबीआई की तरफ से क‍िसी प्रकार का इजाफा नहीं क‍िया जाएगा।

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा मापी गई खुदरा महंगाई दर ग‍िरकर मार्च में 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। दो महीने तक इसके ऊपरी स्‍तर पर रहने के बाद महंगाई दर आरबीआई के ऊपरी स्‍तर 6 प्रत‍िशत से नीचे आ गई है। दूसरी थोक महंगाई दर मार्च में ग‍िरकर 29 महीने के निचले स्तर 1.34% पर आ गई है. 6 अप्रैल को आरबीआई (RBI) की तरफ से ब्‍याज दर में बढ़ोतरी पर व‍िराम लगाने की कोश‍िश की गई।

आरबीआई (RBI) की तरफ से पिछले एक साल में कुल 250 बीपीएस (2.5 प्रत‍िशत) की बढ़ोतरी रेपो रेट में की गई। केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा क‍ि मौजूदा दर में बढ़ोतरी के असर को देखकर ही भविष्य का फैसला क‍िया जाएगा।