इंदौर ।  सिर्फ 11 साल की उम्र में दसवीं की परीक्षा और 12 साल की उम्र में 12 वीं की परीक्षा पास कर कीर्तिमान रच चुकी है इंदौर की होनहार बेटी तनिष्का सुजीत। मात्र 15 वर्ष की उम्र में सबसे कम उम्र की ग्रेजुएट भी बन जाएगी। वर्तमान में डीएवीवी बीए एलएलबी की पढ़ाई कर रही है। तनिष्का को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का अवसर मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तनिष्का से बहुत सी चर्चा की। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी मौजूद रहे।
इंदौर की बेहद प्रतिभाशाली एवं होनहार बेटी तनिष्का ने कोरोना के दौरान अपने पिता को खो दिया, लेकिन इसके बाद भी हौसला नहीं हारा और फिलहाल वह देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही है। प्रधानमंत्री से मुलाकात में सांसद शंकर लालवानी ने अहम भूमिका निभाई। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि तनिष्का एक अद्भुत बच्ची है और पूरे विश्व में भारत का एवं इंदौर का नाम रोशन कर सकती है। तनिष्का ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, तो मैंने प्रधानमंत्री के कार्यालय में तनिष्का की उपलब्धियों के बारे में बताया। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने मुलाकात का समय दिया और यह सिर्फ तनिष्का के लिए ही नहीं बल्कि पूरे इंदौर के लिए गौरव की बात है।

प्रधानमंत्री ने तनिष्का से की चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी ने तनिष्का से पूछा कि वह भविष्य में क्या बनना चाहती है? तनिष्का ने कहा वह चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनना चाहती है। प्रधानमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट विज़िट करने का सुझाव भी दिया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने तनिष्का से पूछा कि वह पढ़ने के लिए विदेश क्यों जाना चाहती है, जिस पर तनिष्का ने जवाब दिया कि वो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के बारे में पढ़ाई करना चाहती है, ताकि एक बेहतर जज साबित हो सकें।

होनहार बेटी का रखे ध्यान

प्रधानमंत्री ने तनिष्का से पूछा कि वह डिजिटल फील्ड में क्या करती है, तनिष्का ने बताया कि वह भारत के बड़े टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म में अर्ली कोडर का खिताब जीत चुकी है। पीएम ने सांसद शंकर लालवानी से कहा कि वह इंदौर की होनहार बेटी का ध्यान रखें और इसे आगे बढ़ने में हरसंभव योगदान दें। प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान तनिष्का की मां अनुभा अवस्थी, सांसद शंकर लालवानी एवं मयूर सेठी उपस्थित थे।