पिछले साल 25 अगस्त को सिंदरी में हुए जिस बवाल में ड्यूटी के दौरान भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार बुरी तरह से जख्मी होकर लंबे समय तक जिंदगी और मौत से लड़कर बाहर निकले हैं, उस मामले के आरोपितों को पकड़ने में अब भी सिंदरी अनुमंडल पुलिस पूरी तरह से निष्क्रिय बनी हुई है।

पुलिस ने आरोपितों को दे रखी है खुली छूट

इस कांड के नामजद आरोपित नेता चाहे वह सत्ता पक्ष का है या विपक्ष का, पुलिस ने सभी को खुली छूट दे रखी है। विश्वास ना हो तो आप लंबे समय से हैदराबाद में इलाजरत सिंदरी के भाजपा विधायक इंद्रजीत महतो के प्रतिनिधि कुमार महतो का ही मामला देख लीजिए। सिंदरी बवाल को लेकर सिंदरी थाना में दर्ज प्राथमिकी में कुमार महतो नामजद आरोपित है। यह प्राथमिकी भी किसी और ने नहीं, बल्कि सिंदरी के तत्कालीन थानेदार ने दर्ज कराई थी। इस बवाल के चश्मदीद सिंदरी के डीएसपी व कई थानेदार रहे हैं।

कुमार महतो पर दबाव नहीं बना पा रही पुलिस

पुलिस की नजर में कुमार महतो पिछले 11 महीने से अधिक समय से फरार है। दूसरी ओर विधायक इंद्रजीत महतो के प्रतिनिधि के रूप में वह बराबर डीसी व एसएसपी के साथ बैठक में शामिल होता रहा है। अभी इसी महीने उसने समाहरणालय की बैठक में विधायक इंद्रजीत महतो के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया था। उस बैठक में सांसद, जिले के सभी विधायक, डीसी, डीडीसी समेत पूरा जिला प्रशासन मौजूद था। पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ वह नियमित रूप से बैठकों में भाग लेता रहा है। कभी भी पुलिस उस पर दबाव बनाने का साहस नहीं कर सकी। बवाल के दो नामजद आरोपित जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष व फर्टिलाइजर फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन के महासचिव संतोष चौधरी एवं उसके प्रतिद्वंद्वी झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह के समर्थक व जनता श्रमिक संघ के संयुक्त महामंत्री गौरव वक्ष उर्फ लक्की सिंह के आवास पर सोमवार को छापेमारी की थी। पुलिस ने संतोष चौधरी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि लक्की सिंह भागने में सफल रहा था।

यह है मामला

पिछले साल अगस्त महीने में लक्की सिंह ने अपने सिंदरी कार्यालय में झामुमो के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार व बलियापुर बड़दहा निवासी राहुल महतो और उसके सात साथियों की बुरी तरह से पिटाई कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इससे भड़के ग्रामीणों ने 25 अगस्त को सिंदरी में उग्र शक्ति प्रदर्शन किया। लक्की सिंह के कार्यालय में तोड़फोड़ की। जिसे जहां पाया पिटाई की। भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार समेत कई पुलिस कर्मी भी घायल हो गए थे। इस मामले में सिंदरी व बलियापुर थाना में पुलिस ने करीब तीन दर्जन नेताओं के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी।