साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध पत्थर खनन हुआ है। बुधवार को झारखंड, राजस्थान, बिहार और बंगाल में कुल 12 स्थानों पर छापेमारी के बाद ईडी ने गुरुवार को जारी प्रेस बयान में इसका खुलासा किया।

23.26 करोड़ क्यूबिक फीट से अधिक के अवैध खनन की पुष्टि

जारी बयान के अनुसार, अवैध खनन की जांच में ईडी के अधिकारियों के साथ-साथ झारखंड सरकार के प्रशासनिक, वन विभाग, खनन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी शामिल हुए थे।

साहिबगंज में संयुक्त रूप से किए गए निरीक्षण में बड़े पैमाने पर 23.26 करोड़ क्यूबिक फीट से अधिक के अवैध पत्थर खनन की पुष्टि हुई थी। इसका अनुमानित बाजार मूल्य 1250 करोड़ रुपये आंका गया है। इस अवैध खनन का मास्टरमाइंड पंकज मिश्रा को बताया गया है।

बुधवार को हुई छापामारी में मिले 36.99 लाख रुपये

ईडी ने पंकज मिश्रा को अवैध खनन मामले में 19 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था। वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव और साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दूबे तथा उनसे जुड़े लोगों के आवास व कार्यालय में एक साथ की गई छापेमारी में ईडी को कुल 36.99 लाख रुपये मिले हैं।

बड़े पैमाने पर दस्‍तावेज भी जब्‍त

इनमें 7.25 लाख रुपये साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव के कैंप कार्यालय से मिले। रामनिवास यादव के यहां से नाइन एमएम के 19 कारतूस, प्वाइंट 380 एमएम के दो कारतूस और प्वाइंट 45 के पांच खोखे भी मिले हैं। साहिबगंज में 30 बेनामी खाते भी मिले, जिन्हें ईडी ने फ्रीज करवा दिया है। बड़े पैमाने पर दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।