रिंग रोड के ग्रीन पट्टी में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहा है। रिंग रोड के दायरे में 1000 से अधिक लोगों पर अवैध निर्माण को लेकर यूसी केस दर्ज किया है। इसके बावजूद भी अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है। रिंग रोड के किनारे पर 15 मीटर के दायरे को ग्रीन पट्टी माना गया है। इस पर निर्माण की मनाही है। नियमानुसार यह जमीन नगर विकास विभाग की होगी, लेकिन लोग इस पर भी कब्जा कर अवैध निर्माण कर रहे हैं। इस जगह पर लोग खासकर मकान, दुकान व मार्केट बना रहे हैं। यह पर्यावरण के हित में नहीं है।

आरआरडीए ने नगर विकास विभाग को लिखा पत्र

इसको लेकर आरआरडीए ने नगर विकास विभाग को भी पत्र लिखा है। हालात यह हैं कि रिंग रोड के आसपास जितनी भी मार्केट, होटल, बैंक्वेट हॉल, पेट्रोल पंप व वेयरहाउस बने हुए हैं या बन रहे हैं, लगभग सभी अवैध हैं। इन सभी का निर्माण बिना नक्शा के ही हुआ है।

क्या है ग्रीन पट्टी?

रिंग रोड के दोनों किनारे के पास 15 मीटर तक ग्रीन पट्टी का निर्धारण किया गया है। इस ग्रीन पट्टी में तीन लेयर तक पेड़-पौधे लगाए जाने हैं। पेड़-पौधे के लिए निर्धारित जमीन पर धड़ल्ले से लोग कब्जा कर रहे हैं। इसके आसपास होटल, मार्बल टाइल्स के शो रूम जैसे व्यावसायिक प्रतिष्ठान बना लिए गए हैं। इससे पेड़-पौधे नहीं लग पा रहे हैं। सुकुरहुट्टू रिंग रोड के कैला महतो चौक के पास हरी पट्टी के अंदर मार्केट का निर्माण कर लिया गया है। आरआरडीए ने इसको लेकर नोटिस भी जारी किया है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। नगड़ी थाना क्षेत्र रिंग रोड में 15 मीटर की हरी पट्टी में भी अतिक्रमण किया गया है। स्थानीय लोगों ने अवैध रूप से घर व दुकान बना लिए हैं।