वारणसी । शास्त्र व पंचांग के अनुसार रंगोत्सव होली 26 मार्च को है लेकिन सरकारी कार्यालयों में 25 मार्च को ही होली की छुट्टियां घोषित हैं। इस वजह से आम लोग 25 को भी होली खेलेंगे और 26 को भी होली मनायी जायेगी। 25 मार्च को दिन के 11.31 बजे तक पूर्णिमा रहने के कारण पूरा दिन पूर्णिमा का मान्य है। इसी दिन स्नान दान की पूर्णिमा भी है। 
इस दिन सिर्फ वाराणसी में होली खेली जायेगी। शास्त्र के अनुसार अन्य सभी जगहों पर रंगों का त्योहार होली 26 मार्च को मनायी जानी चाहिए। पंडित कौशल कुमार मिश्र ने कहा कि वाराणसी पंचांग के अनुसार पूर्णिमा के दिन होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है। इस कारण होली 26 को मनायी जायेगी। इसी दिन उदयाकाल में चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा भी है। इस कारण यह त्योहार मनाया जाता है। इसी दिन होलिका के भस्म को भी ग्रहण किया जायेगा। चुटिया में प्राचीन श्रीराम मंदिर के समीप शनिवार को धूमधाम से होलिका दहन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन फग डोल जतरा मेला समिति की ओर से किया गया। मुहूर्त के अनुसार रात 10:30 बजे पाहन स्नान कर एक लोटा जल और फरसा लेकर फगुआ काटने आये और एक ही वार में अरंडी की डाल को काट दिया। इसके बाद राम मंदिर के महंत गोकुल दास ने पूजा-अर्चना कर होलिका दहन किया। उल्लेखनीय है कि चुटिया में होलिका से एक दिन पहले ही होलिका दहन की परंपरा है।