जयपुर । भारतीय सुस्कृति, धर्म ग्रंथ सभ्यता में हर त्यौहार की एक अलग पहचान है जिसमें होली पूर्वाग्रह के साथ छोटे बड़े के भेद को एक दूसरे के गुलाल लगाते हुए मिटाती है। ठेठ देशी अंदाज में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सपत्नी ब्रज क्षेत्र में खासतौर पर खेली जाने वाली कृष्णप्रिय राधारानी, उनकी सखियों के साथ होली का मनोहर दृश्य मुख्यमंत्री निवास (ओटीएस) के  प्रागंण में हजारों नर नारियों के साथ पुष्प, गुलाल और विभिन्न रंगों के शब्दो के बाणों के साथ होली उल्लास मनाया।
इस बीच हजारों नागरिकों के साथ मुख्यमंत्री की हंसी ठिठोली ब्रजभाषी लोककलाकारों  की प्र्रस्तुति के शब्दों की ताल अलग ही रंग जमा रहे थे। तो मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी गीता शर्मा (राधारानी) अपने मनमोहक भक्ति भाव के नृत्य से कृष्णकाल में राधारानी के नृत्य को चरितार्थ कर रही थी...ऐसा मनोहारी दृश्य पाडांल में हजारों की तादाद में पहुंची जनता की आवाजे पूरे प्रदेश को ही नहीं देश और दुनिया को संदेश दे रही थी की दशकों बाद मुख्यमंत्री आवास पर ऐसा सुसांस्कृतिक त्यौहार मनाया गया। होली के उल्लास में डूबे हजारों नागरिकों के बीच मुख्यमंत्री की उपस्थिति से ऐसा लग रहा था भगवान के कानों में मुख्यमंत्री की सदाशीलता उपस्थिति में लोककलाकारों के द्वारा हर शब्द की गूंज दशकों बाद ईश्वरीय शक्ति का आभास कराते हुए जनजन की आवाज मुख्यमंत्री को आशीष दे रही थी।