हैवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन (एचईसी) की जमीन पर अतिक्रमण व अवैध निर्माण के मामले में एचईसी प्रबंधन सख्त हुआ है। एचईसी के दर्जनों एकड़ जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किए जाने के बाद प्रशासन ने सिक्योरिटी पर्सनल कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया है।

दरअसल, सिक्योरिटी के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही एचईसी की जमीन पर कब्जा करके दुकानें व मकान बनाए जा रहे हैं। जमीन का सौदा 50 हजार से लेकर 5 लाख तक होता रहा था। लगातार प्रबंधन के पास इसकी शिकायत पहुंच रही थी।

हाल ही में पैसे मांगते कर्मचारी संतोष सिंह का की काल रिकार्डिंग भी वायरल हुई थी। जिसके बाद प्रबंधन ने 21 कर्मचारियों का ट्रांसफर किया है। हालांकि ट्रांसफर का आदेश जारी होने के बाद कर्मचारी सकते में हैं और अपनी जगह छोड़ना नहीं चाहते।

सात वर्षों में दोगुनी जमीन हुई अतिक्रमित

एचइसी नगर प्रशासन विभाग के अधिकारी के अनुसार, एचइसी ने वर्ष 2016 में आवासीय परिसर में सर्वे किया था। उस दौरान 73.05 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा पाया था, जो बढ़ कर अब 150 एकड़ से अधिक हो गया है। सात वर्षों में दोगुना कब्जा हो गया है।

एचइसी ने जमीन की लीज दर 12 करोड़ रुपये प्रति एकड़ निर्धारित की है। इस हिसाब से कब्जा की गयी जमीन की कीमत करीब 1800 करोड़ रुपये है। जमीन पर अवैध कब्जा होने से एचइसी को राजस्व तो नहीं ही मिल 
रहा, कानून-व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ रही है।

एचइसी की जमीन का हिसाब-किताब

7199.51 एकड़ जमीन एचइसी के लिए अधिग्रहित की गई थी। इनमें 1669 एकड़ पर तीन प्लांट और आवासीय परिसर 158 एकड़ जमीन आवंटत की गयी
सीआइएसएफ को 313 एकड़ जमीन शैक्षणिक और अन्य संस्थानों को आवंटित 2341 एकड़ जमीन वर्ष 2005-08 में हस्तांतरित की गयी राज्य सरकार को
675 एकड़ जमीन 2017 में राज्य सरकार को हस्तांतरित
50 एकड़ पर अवैध कब्जा