एचडीएफसी बैंक की ओर से शनिवार को वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए गए हैं। मार्च तिमाही में बैंक मुनाफा 20.60 प्रतिशत बढ़कर 12594.47 करोड़ रुपये हो गया है।

देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी की ओर से पिछले साल इस समान अवधि में 10443.01 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया गया था। इससे पहले दिसंबर तिमाही में बैंक द्वारा 12698.32 करोड़ रुपये का मुनाफा रिपोर्ट किया गया था।

मार्च तिमाही में आय 53850 करोड़ रुपये पर पहुंची

बैंक की ओर से रिपोर्ट किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च में स्टैंडअलोन आधार पर बैंक की आय बढ़कर 53850 करोड़ रुपये हो गई है और पिछले साल 41086 करोड़ रुपये थी।

46,000 करोड़ हुआ बैंक का मुनाफा

बैंक द्वारा पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 45,997.11 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया गया था, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में 38,052.75 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया गया था। मार्च तिमाही में स्टैंडअलोन आधार पर भी बैंक का शुद्ध मुनाफा 19.81 प्रतिशत बढ़कर 12047.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

एनपीए में गिरावट

मार्च तिमाही में बैंक के एनपीए के साथ प्रोविजनिंग में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। मार्च तिमाही में बैंक ने 2685.37 करोड़ रुपये का लोन के लिए प्रोविजनिंग रखी है जो कि पिछले साल 3312.35 करोड़ रुपये रखी गई थी।

इसके साथ मार्च तिमाही में बैंक का एनपीए गिरकर 1.12 प्रतिशत पर आ गया है जो कि एक साल पहले समान अवधि में 1.17 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2022-23 की दिसंबर तिमाही में 1.23 प्रतिशत था।

बता दें, पिछले एक साल से बैंकों के मुनाफे में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। इसके पीछे की बड़ी वजह आरबीआई के द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी होना है। केंद्रीय बैंक पिछले एक साल में ब्याज दरों में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है।