रांची। झारखंड की राजधानी रांची में आज इंडी गठबंधन की 'उलगुलान न्याय रैली' होने वाली है। इस रैली में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, राजद के लालू प्रसाद, एनसी के फारूक अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव और जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सहित 14 राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे।

इंडी गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन के रूप मे देखा जा रहा

इसे इंडी गठबंधन के 'शक्ति प्रदर्शन' के रूप में देखा जा सकता है, रैली का नेतृत्व रांची के प्रभात तारा मैदान में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) करेगा। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ब्लॉक नेताओं ने दावा किया कि रैली को 28 पार्टियों का समर्थन प्राप्त है और राज्य भर से पांच लाख से अधिक लोग इसमें हिस्सा लेंगे।

झारखंड के सीएम का आया बयान

झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शनिवार को दावा किया कि विपक्षी गठबंधन की 'उलगुलान न्याय रैली' के दौरान केंद्र के "तानाशाही" दृष्टिकोण का खुलासा किया जाएगा। चंपई सोरेन ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झामुमो ने उनके लिए न्याय की मांग को लेकर राज्य भर में 'न्याय यात्रा' निकाली।

“हमें तानाशाही को रोकने और अपने लोकतंत्र और संविधान को बचाने की जरूरत है। झारखंड और दिल्ली में क्या हुआ, सब जानते हैं। हम मेगा रैली में केंद्र के तानाशाही रवैये का पर्दाफाश करेंगे।''

प्रियंका चतुर्वेदी का आया बयान

रविवार सुबह रांची पहुंचने के बाद शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मेरा संदेश बहुत स्पष्ट है कि हम भाजपा की बढ़ती निरंकुशता के खिलाफ इस लड़ाई में एक साथ हैं। वे विपक्ष को ठीक से काम नहीं करने दे रहे हैं। वे जो करने की कोशिश कर रहे हैं वह विपक्ष को चुप कराना है। हम महंगाई की ऊंची दर, बेरोजगारी और महिलाओं को सुरक्षित माहौल नहीं मिलने को देख रहे हैं।