भरतपुर । राजस्थान के भरतपुर में सरकारी शिक्षक प्रेम सिंह ने अभिनव शुरुआत की, जो अब लोगों के लिए मिसाल बन गई है। उन्होंने एक साल पहले 10 बच्चों को नि:शुल्क ट्यूशन देने के साथ अपनी मुहिम की शुरुआत की थी। अब 150 बच्चे इस पाठशाला में नियमित रूप से आ रहे हैं। बच्चे नि:शुल्क ट्यूशन लेकर खुश हैं। गरीब घरों से आने वाले ये बच्चे अब कलेक्टर, इंजीनियर, डॉक्टर व शिक्षक बनने के सपने देखने लगे हैं। इन बच्चों के लिए भामाशाहों द्वारा समय समय पर नि:शुल्क पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है।
प्रेम सिंह ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हेलक में सरकारी अध्यापक के रूप में कार्यरत हूं। कोरोना का समय था, हम चार पांच लोग एक स्थान पर बैठे हुए थे। हमने देखा स्कूल बंद हो जाने के कारण छोटे-छोटे बच्चे इधर उधर भटक रहे थे। उसी समय फैसला लिया कि गरीब, बेसहारा, विधवा मां के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराएंगे। हम सभी ने पाठशाला नाम से निशुल्क ट्यूशन कक्षा निजी प्लाट में भामाशाहों के सहयोग से टीन शेड डलवाकर 10 बच्चों से शुरू किया।
धीरे-धीरे कारवां बढ़ता चला गया, अब इस पाठशाला में 150 बच्चे निशुल्क ट्यूशन लेने आते हैं। बच्चे व उनके परिजन नि: शुल्क ट्यूशन कक्षा को लेकर बेहद खुश हैं। इस पाठशाला का समय समय पर भामाशाहों द्वारा निरीक्षण किया जाता है। भामाशाह बच्चों के हौसले को देख निशुल्क पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध करवाते हैं। शिक्षक प्रेम सिंह ने बताया कि हमारी पाठशाला में कुछ शिक्षक मानदेय पर बाहर से आते हैं। उनके लिए वेतन का प्रबंध लोगों द्वारा किए जाने वाले सहयोग से होता है। प्रतिमाह प्रो अरविंद वर्मा दो शिक्षको को 2500 रुपए व डॉक्टर अशोक सिंह द्वारा एक शिक्षक को 1000 मानदेय दिया जाता है। दोनों भामाशाहों ने बोल रखा है किसी भी प्रकार की मदद हो तो बेझिझक होकर बोल देना, लेकिन इस पाठशाला को बंद नहीं करना।
समाजसेवी बीरपाल ने बताया कि कोरोना के समय स्कूल कॉलेज बंद थे। छोटे-छोटे बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे। अमीर बच्चों को तो घर पर होम ट्यूशन की सुविधा उपलब्ध हो रही थी। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण गरीब बच्चों को यह सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही थी। उसी समय सभी के सहयोग से यह पाठशाला शुरू की गई। दो घंटे शाम 5 से 7 बजे तक इसमें निशुल्क क्लास चलती है, जिससे बच्चों और बेहतर शिक्षा मिल सके। सरकारी शिक्षक सुनील ने बताया कि शिक्षक प्रेम सिंह द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिन लगातार बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस संस्था के द्वारा द्वारा कोविड कॉल में गरीब लोगों को राशन किट वितरित की गई थी। समय समय पर ब्लड डोनेशन कैंप का भी आयोजन किया जाता है।