पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार वर्षा से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बरसात और हरिद्वार व बिजनौर गंगा बैराज से छोड़े गए पानी के चलते नरौरा के चौधरी चरण सिंह बैराज पर गंगा का जलस्तर हाई फ्लड की ओर बढ़ रहा है। 

सोमवार की सुबह नरौरा के गंगा बैराज पर गंगा के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई। सुबह छह बजे नरौरा बैराज की डाउनस्ट्रीम में पानी की उपलब्धता 178.53 मीटर दर्ज की गई, जो खतरे के निशान से 0.235 मीटर नीचे है। सुबह छह बजे नरौरा गंगा बैराज की अप स्ट्रीम में कुल 224278 क्यूसेक पानी की उपलब्धता दर्ज की गई, जबकि नरौरा गंगा बैराज से गंगा की डाउन स्ट्रीम में 209090 क्यूसेक प्रति सेकेंड की दर से पानी की निकासी की जा रही है। जिसके चलते गंगा का जलस्तर हाई फ्लड की ओर बढ़ रहा है। जिससे रामघाट थाना क्षेत्र के ग्रामों में गंगा किनारे के खेतों में जलभराव होने लगा है। वहीं राजघाट में गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाटों पर बनी अस्थाई दुकानें भी जल मग्न हो गई।

श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ रही

सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार जल स्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है। उधर पानी बढ़ने से गंगा किनारे रहने वाले श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ रही है।
अनूपशहर के लाल महादेव मुहल्ले में ट्रीटमेंट प्लांट के एसटीपी में नालियों के माध्यम से जाने वाले गंदे पानी का जाना बंद हो गया
पानी नालियों के पानी को रोक रहा है
ट्रीटमेंट प्लांट का एसटीपी प्रभावित हो रहा है।
लाल महादेव पर लगभग 60 मीटर सड़क पर अंदर तक पानी घुसा हुआ है
जाहन्वी प्लेट फार्म पर भी काफी अंदर पानी भरा हुआ है।
जाहन्वी प्लेट फार्म पर प्रसाद बेचने की कई दुकानें बंद हो गई है।
गंगा किनारे बसे गांव अहार, मुबारिकपुर, हसनपुर, कल्याणपुर, सिरोरा, तोरई, बच्चीखेड़ा, शेरपुर, रूढ़बांगर आदि में लेखपालों द्वारा ग्रामीणों को गंगा किनारे पशुओं को नहीं ले जाने की चेतावनी दी गई है।

एसडीएम ने बताया कि बाढ़ के पानी पर लगातार निगरानी की जा रही है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए गंगा किनारे गांव के स्कूलों में पीड़ितों को ठहराने की व्यवस्था को लेकर चर्चा कर ली गई है। एसडीएम ने स्वयं भी गंगा तट पर जाकर स्थिति का अवलोकन कर आला अधिकारियों को अवगत कराया है।