वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त प्रेस बयान से कुछ ही घंटे पहले, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बातचीत के दौरान बाइडेन को मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे का उल्लेख करना चाहिए। ओबामा ने कहा कि अगर उनकी मोदी से बातचीत होगी तब वह भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर चर्चा करुंगा और अगर उनके अधिकारों की रक्षा नहीं की गई तब क्या होगा?
उन्होंने कहा, अगर मेरी श्री मोदी से बातचीत होती, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तब मेरे तर्क का एक हिस्सा यह जरुर होगा कि यदि आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तब इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर अलग होना शुरू कर देगा। 
इस बीच संयुक्त प्रेसवार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में भेदभाव के लिए बिल्कुल कोई जगह नहीं है। पीएम मोदी का यह बयान मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों में सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में एक पत्रकार के सवाल के जवाब में आया। भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव के लिए बिल्कुल कोई जगह नहीं है।