भारतीय रसोई में दाल और चावल लगभग रोजाना बनने वाली भोजन है। देशभर में दाल और चावल खाया व पकाया जाता है। हालांकि लोग अपने अपने तरीके से दाल और चावल बनाते हैं। दाल की कई वैरायटी हैं और इसे बनाने की विधि भी अलग अलग होती है। लेकिन रूटीन में लगातार एक जैसे स्वाद वाली दाल खाने से लोग बोरियत महसूस करने लगते हैं। ऐसे में बड़ों से लेकर बच्चे तक बेमन से दाल-चावल खाते हैं।

सर्दियों में तो दाल चावल के स्वाद में बदलाव की इच्छा अधिक बढ़ जाती है। इसलिए अगर दाल चावल बना रहे हैं तो रोजाना वाले स्वाद में बदलाव लाएं, ताकि सभी उंगलियां चाटते रह जाएं। दाल और चावल में बदलाव लाने के लिए विधि बदलने की जरूरत नहीं। खाना पकाते समय कुछ आसान टिप्स को अपनाकर पांच मिनट में दाल और चावल दोनों के स्वाद को अधिक लजीज बनाया जा सकता है।

दाल चावल को दें ट्विस्ट

दाल पकाते समय तड़के में ट्विस्ट देकर स्वाद बदल सकते हैं। इसलिए रोजाना वाली दाल में अलग अलग तरह के तड़के लगा सकते हैं। जीरा के तड़के वाली दाल बनाते हैं ,तो इस बार राई से दाल फ्राई, करी पत्ता का तड़का सहजन की फलियों का तड़का, सूखी लाल मिर्च, प्याज और टमाटर के तड़के से दाल फ्राई कर सकते हैं।

लहसुन का तड़का

लहसुन का तड़का दाल का स्वाद बढ़ जाता है। दाल उबालते समय दो कली लहसुन, हरी मिर्च, हींग मिलाकर तड़का लगाएं। इससे दाल में लहसुन का फ्लेवर और हींग का स्वाद दोनों ही आ जाएगा। तड़का लगाते समय अधिक तेल का उपयोग नहीं कर सकते हैं।

चावल का स्वाद बढ़ाने के टिप्स

अगर आप चाहते हैं कि चालल खिला खिला हो और अधिक स्टार्च न हों तो उसे पहले अच्छे से धोकर उबालें। खुले बर्तन में चावल पका रहे हैं तो चलाएं नहीं। चावल में दो बूंद तेल डाल दीजिए।

चावल में फ्लेवर

चावल में फ्लेवर लाना चाहते हैं तो एक चम्मच घी में दो लौंग डालकर फ्राई कर लें। ऊपर से धुए हुए चावल डालें। चावल को अधिक चलाएं नहीं। एक मिनट भूनने के बाद चावल में पानी डालकर पकाएं।

अधिक पानी हो जाने पर

अगर चावल में अधिक पानी हो जाएं, जिससे उसका स्वाद बिगड़ जाए तो पानी सुखाने के लिए उसे अधिक न पकाएं। बल्कि एक ब्रेड का स्लाइस चावल में डाल दीजिए। ब्रेड चावल में एक्स्ट्रा पानी को सोख लेगा और चावल को ज्यादा पकाना भी नहीं पड़ेगा।