झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में फ्लाइंग एकेडमी शुरू करने के निर्देश दिए हैं और ये भी कहा कि एकेडमी ऐसी होनी चाहिए जिसमें एयर होस्टेस की ट्रेनिंग की भी सुविधा हो। मुख्यमंत्री ने नागर विमानन विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये और कहा कि विभाग को और बेहतर और एक्टिव बनाने की जरूरत है। इस समीक्षा बैठक में सिविल एविएशन डिपार्टमेंट की सेवाओं के व्यवसायिक इस्तेमाल, फ्लाइंग एकेडमी शुरू करने, नागर विमानन निदेशालय के गठन और हवाई अड्डा परिसर में सोलर पार्क की स्थापना करने समेत बहुत से विषयों पर विस्तार से चर्चा हुयी।

मुख्यमंत्री हेमंत ने अधिकारियों को इस दिशा में योजना बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए टूरिज्म सर्किट और एंबुलेंस सेवा समेत दूसरे बेहतर विकल्प तलाशने की दिशा में पहल करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं के एविएशन क्षेत्र में बेहतर भविष्य को लेकर नागर विमानन विभाग को फ्लाइंग एकेडमी शुरू करने की दिशा में पहल करने का निर्देश दिया। उन्होंने ये भी कहा कि राज्य में परिचारिका (एयर होस्टेस) के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था होनी चाहिए।