First Republic Bank: अमेरिका का एक और बैंक डूब गया है और सैकड़ों निवेशकों पर बर्बाद होने का खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को स्थानीय नियामकों ने सोमवार को बंद कर दिया है और जेपी मॉर्गन चेस ने बैंक की ज्यादातर संपत्तियों और सभी जमाओं को अपने नियंत्रण में ले लिया है। इस बाबत अमेरिका की फेडरल डिपोजिट इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (FDCI) ने घोषणा की है। रिपोर्ट के मुताबिक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को लेकर अमेरिकी रेगुलेटर ने रविवार को नीलामी की थी, जिसमें पीएनसी फाइनेंशियल ग्रुप, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी और सिटिजन्स फाइनेंशियल ग्रुप ने हिस्सा लिया था और आखिरकार जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक की ज्यादातर संपत्तियों का अधिग्रहण करने में कामयाब हो पाई।
इस नीलामी के बाद कैलिफोर्निया स्थिति डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन एंड इनोवेशन (DFPI) ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा है, कि फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को बंद कर दिया गया है। आपको बता दें, कि पिछले दो महीने में फर्स्ट रिपब्लिक बैंक, तीसरा अमेरिकी बैंक है, जो डूब गया है।
नीलामी के बाद हुए समझौते के तहत, अमेरिका के आठ राज्यों में फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के 84 कार्यालय आज से जेपी मॉर्गन चेस बैंक, नेशनल एसोसिएशन की शाखाओं के तौर पर फिर से खुलेंगे। फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के सभी जमाकर्ता जेपी मॉर्गन चेस बैंक, नेशनल एसोसिएशन के जमाकर्ता बन जाएंगे और उनकी सभी जमा राशियों तक पूर्ण पहुंच होगी। FDIC ने अपने बयान में कहा है, कि " ग्राहकों के निवेश पर अभी भी FDIC का बीमा जारी रहेगा और ग्राहकों को लागू सीमा तक अपनी जमा बीमा कवरेज को बनाए रखने के लिए अपने बैंकिंग संबंध को बदलने की आवश्यकता नहीं है। फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के ग्राहकों को नोटिस मिलने तक अपनी मौजूदा शाखा का उपयोग करना जारी रखना चाहिए।" 13 अप्रैल 2023 तक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक की कुल संपत्ति लगभग 229.1 अरब अमेरिकी डॉलर और कुल जमा राशि 103.9 अरब अमेरिकी डॉलर थी। सभी जमाओं को संभालने के अलावा, जेपी मॉर्गन चेस बैंक फर्स्ट रिपब्लिक बैंक की सभी संपत्तियों को "पर्याप्त रूप से" खरीदने के लिए सहमत हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के अधिग्रहण के लिए अमेरिका के आधा दर्जन से ज्यादा बैंक बोली लगा रहे थे, जिसमें जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी को बैंक का अधिकतर हिस्से का अधिग्रहण मिल गया है। फर्स्ट रिपब्लिक बैंक, टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स को कर्ज दिया करता था, जो सिलिकॉन वैली में स्थित एक बैंक था, जो पिछले लंबे अर्से से अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर संघर्ष कर रहा था। इससे पहले सिलिकॉन वैली बैंक भी डूब चुका है और वो भी टेक्नोलॉजी स्टार्ट्अप को फाइनेंस किया करता था।