इंदौर ।   विपक्ष का हर दल समझ रहा है कि हम अकेले भाजपा को हरा नहीं सकते। यही वजह है कि वे गठबंधन का रास्ता चुन रहे हैं, लेकिन इस दल में किसी की किसी से नहीं पटती। सब प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। ऐसे में सब आपस में कैसे जुड़ सकते हैं। ये बातें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में कही। शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विश्वव्यापी प्रभाव बढ़ा है। विपक्षी गठबंधन के नेताओं द्वारा सनातन धर्म को लेकर की जा रही टिप्पणी को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि यह हमें समझना होगा कि 20 तारीख को शरद पवार के घर टिकट तय करने के लिए बैठक होती है। कोई निर्णय नहीं होता, लेकिन दो दिन बाद 22 तारीख को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे कहते हैं कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। यह बीमारी की जड़ है। हमें सोचना होगा क्या रामचरित्र मानस या गीता बीमारी है।

जो सनातन धर्म को खत्म करने आए, वे खुद खत्म हो गए

विजयवर्गीय ने कहा कि सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक बयान देना मानसिक बीमारी है। इतिहास गवाह है कि जो सनातन को खत्म करने आए, वे खुद खत्म हो गए। सनातन धर्म कल भी था, आज भी है और कल भी रहेगा। यह विश्व शांति का संदेश देता है, मानवता का संदेश देता है।