बहुचर्चित कोल लिंकेज घोटाला केस में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने गुरुवार को निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार से दिनभर पूछताछ की। सुमन कुमार मनरेगा घोटाला केस में गिरफ्तार हुए थे। उसके ठिकाने से वर्ष 2022 में ईडी ने 19.76 करोड़ रुपये नकद की बरामदगी की थी। सुमन कुमार अभी जमानत पर है।

ED की रिमांड पर इजहार अंसारी

रामगढ़ के मांडू थाने में 20 जनवरी, 2019 को दर्ज केस के आधार पर ईडी ने ईसीआइआर दर्ज की थी। इसके बाद मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के तहत ईडी ने पूजा सिंघल के करीबी कोयला कारोबारी हजारीबाग का इजहार अंसारी को गिरफ्तार किया था।

इजहार अंसारी भी अभी ईडी की रिमांड पर है, जिससे पूछताछ चल रही है। ईडी ने अब तक के अनुसंधान में यह पाया है कि इजहार अंसारी ने फर्जी कंपनियों के नाम पर सब्सिडी दर पर कोयला लिया और उसे खुले बाजार में बेच दिया। इससे उसे 71.32 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई थी।

ईडी की जांच में चौंकानेवाला खुलासा

ईडी की छानबीन में यह भी पता चला है कि कोयला कारोबारी इजहार अंसारी ने तत्कालीन खान एवं भूतत्व सचिव पूजा सिंघल की मदद से कोयले से अवैध कमाई की और उसका हिस्सा पूजा सिंघल तक उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार के माध्यम से पहुंचाया। ईडी ने इजहार अंसारी से मिले तथ्यों के आधार पर ही सुमन कुमार को समन कर पूछताछ की है। पूछताछ के वक्त इजहार अंसारी को भी सुमन कुमार के सामने बैठाया गया था।