रीवा, जावरा, रतलाम, बुरहानपुर, शुजालपुर सहित दस जगहों पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, दिग्विजय सिंह का पुतला फूंका

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होते ही प्रत्याशियों का गुस्सा फूट गया। टिकट बंटवारे के विरोध में रीवा, जावरा, रतलाम, बुरहानपुर सहित सिवनी मालवा और शुजालपुर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदेश मुख्यालय के सामने दिग्विजय सिंह का पुतला फूंका गया तो कमलनाथ के घर के सामने सिर मुंडवा कर विरोध जाहिर किया गया। गुरूवार को जारी कांग्रेस के 88 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में कई नेताओं का टिकट काट दिया है, जिसको लेकर जनआक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया। 
  कांग्रेस में उम्मीदवारों की सूची और टिकट बंटवारे को लेकर दिग्गज नेताओं की मनमानी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। गुटबाजी की शिकार कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं ने कोटा तय किया और अपने पसंदीदा लोगों को टिकट दे दी, दूसरी सूची आने के बाद उम्मीदवारों के समर्थकों में कांग्रेस के खिलाफ गुस्सा फूट गया। गोटेगांव से पहली सूची में प्रत्याशी चुने गए शेखर चौधरी की जगह दूसरी सूची में एनबी त्रिपाठी को टिकट दे दिया गया, वहीं प्रदेश महामंत्री ने भानु ठाकुर ने विरोध में भाजपा ज्वाइन कर ली। टिकट कटने पर भोपाल उत्तर से एक अन्य प्रत्याशी नासिर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। कुल दस सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों में घमासान शुरू हो गया है। सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ नेताओं के सामने कांग्रेस आलाकमान भी असहाय दिख रहे हैं, कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने खूब मनमानी की और चहेतों को प्रत्याशी बनाया गया। जिसके कारण लंबे समय से राज्य में पार्टी को खड़ा करने में जुटे जमीन से जुड़े नेताओं को नजरअंदाज कर दिया गया। टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भूमिका भी कम ही दिख रही है। बहरहाल चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशियों का जनआक्रोश कांगे्रस को चुनाव में खासा नुकसान पहुंचा सकता है।