दो माह के श्रावणी मेले के अंतिम सोमवारी को एक बार फिर से कांवड़ियों की भारी भीड़ बाबा नगरी में उमड़ने की संभावना है। इस सोमवार को प्रदोष भी है। इसको लेकर ज्यादा भक्तों के बाबाधाम पहुंचने की उम्मीद है।

बड़ी संख्‍या में देवघर पहुंच रहे हैं भोले बाबा के भक्‍त

सोमवारी से पहले ही रविवार को यहां के तीनों अस्थायी बस पड़ाव पूरी तरह से भर चुके थे। वहीं सभी टेंट सिटी में भी श्रद्धालु भर गए थे। शहर के होटल, लाॅज व धर्मशाला में भी काफी संख्या में श्रद्धालु भरे हुए थे। बहुत से भक्त रविवार को बाबाधाम तो पहुंच गए, लेकिन सोमवारी को पूजा करने की सोचकर कल जलार्पण नहीं किया। वहीं रविवार रात से सोमवार सुबह तक काफी संख्या में वाहनों, ट्रेन से कांवड़ियों के बाबाधाम पहुंचने की उम्मीद है। इसको लेकर प्रशासन के स्तर पर व्यापक तैयारी की गई है।

भीड़ को व्‍यवस्थित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार

जानकारी हो कि पिछले सोमवारी को कांवड़ियों की रिकाॅर्ड भीड़ उमड़ पड़ने के कारण शहर में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया था। इसका असर पूजा व्यवस्था पर भी देखने को मिला। मंदिर देर रात तक खुला होने के कारण प्रशासन को पुरोहित समाज के विरोध का भी सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस बार प्रशासन द्वारा ज्यादा बेहतर व दुरूस्त तैयारी की गई है। ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को एक बार फिर से पूरे जोश व दम के साथ काम करने को कहा गया।

श्रावणी मेले में उमड़ी कांवड़ियों की रिकार्ड भीड़

जानकारी हो कि इस बार श्रावणी मेला के दौरान कांवड़ियों की रिकार्ड भीड़ उमड़ी है। इस बार मेला दो माह का था। ऐसे में रविवार तक 47 लाख से अधिक कांवड़ियों ने बाबाधाम में पूजा की है। यह संख्या सोमवार को 49 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। वहीं इस माह के अंत तक यह संख्या पहली बार 50 लाख के पार पहुंचने की संभावना है। श्रावणी मेला के दौरान पहले 15 दिनों के बाद मालमास के दौरान कांवड़ियों की भीड़ कुछ कम हो गई थी, लेकिन मलमास के बाद फिर से कांवड़ियों की रौनक मेले में लौट आई। इसके साथ ही मेला के दौरान दुकानदारों व कारोबारियों के चेहरे पर जो मायूसी छाई थी, उसमें खुशी की मुस्कान लौट आई।

रविवार को 1.04 लाख ने किया बाबा का जलाभिषेक

श्रावणी मेला में नागेश के दरबार में भक्तों के आने का क्रम अनवरत जारी है। पुत्रदा एकादशी पर रविवार को उमस भरी गर्मी के बावजूद फौजदारी दरबार की पावन नगरी में कांवरियों की कतार शिवगंगा घाट तक पहुंच गई। आठ बजे तक 1.04 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। इसमें से कतारबद्ध व्यवस्था के तहत 80 हजार श्रद्धालुओं ने जबकि जलार्पण काउंटर के माध्यम से 24 हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया।