मध्यप्रदेश के उज्जैन में सोमवार सुबह को डॉ. अंबेडकर छात्र संगठन और अजाक्स संगठन ने कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ उनका पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने कथावाचक पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा संविधान बदलने के जो बयान दे रहे हैं उससे हमारी आस्था को ठेस पहुंची है। हमने उनका पुतला जलाकर प्रदीप मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। अगर आठ दिन में पंडित मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाता है तो अजाक्स संगठन विरोध प्रदर्शन पर उतरेगा। कथावाचक प्रदीप मिश्रा जहां भी कथा करेंगे, हम वहां जाकर विरोध जताएंगे।

अजाक्स संगठन के धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा की ओर से संविधान को बदलने पर जो टिप्पणी की गई है, वह सरासर गलत है। उन्होंने सीहोर में कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय एकता के प्रतीक विश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की टिप्पणी कर भारत देश के संविधान का अपमान किया है।
 
'हमारे देश के संविधान का अपमान किया है'
धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि हमारा संविधान सभी जाति, धर्म और वर्गों के लोगों को संपन्नता का अधिकार देता है। उसका अनुसरण कर हमारे भारत देश की समस्त वैधानिक गतिविधियों का संचालन किया जाता है। कथा के दौरान भरी सभा में हजारों लोगों के बीच ऐसे संविधान को बदलने की बात कहकर कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने हमारे देश के संविधान का अपमान किया है। इससे देश के संविधान को मानने और उसमें आस्था-विश्वास रखने वाले लाखों लोगों के साथ हमारी भावना को ठेस पहुंची है। इससे समाज में आक्रोश व्याप्त है।