प्रयागराज: होटल हयात में माफिया अतीक की बेनामी संपत्ति की बड़ी डील होनी थी। इसके लिए अतीक के परिवार की एक बुर्कानशी महिला मौजूद थी। चर्चा है कि बुर्कानशी महिला अशरफ की बीवी जैनब फातिमा थी, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो रही है।

उमेश पाल की हत्या के बाद अशरफ की बीवी के साथ विजय अक्सर अलग-अलग जाया करता था, इस आधार पर कहा जा रहा है कि वह होटल हयात में जैनब से मिलकर बेनामी संपत्ति की बड़ी डील करने वाला था।

अतीक की बेनामी संपत्तियों को बिकवा रहा था विजय

कहा जा रहा है कि इससे पहले भी विजय कुछ बेनामी संपत्तियों को बिकवाकर अतीक परिवार की आर्थिक मदद कर रहा था। सूत्रों का कहना है कि अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पूरा परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है।

अतीक की बीवी शाइस्ता सहित परिवार के अधिकांश लोग फरारी काट रहे हैं। ऐसे में उन्हें पनाह लेने से लेकर अन्य सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इसके चलते वह अतीक की बेनामी संपत्तियों को लगातार बेच रहे हैं। प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त में विजय मिश्रा की अहम भूमिका रही है।

होटल में होनी थी बड़ी डील

वह लगातार शाइस्ता, जैनब व अन्य लोगों से मुलाकात करता रहा है। बताया जा रहा है कि जेल में उमर से मुलाकात करने के बाद रात को होटल में बेनामी संपत्ति को बेचने के लिए बड़ी डील होनी थी, लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ ने विजय को दबोच लिया जिसके चलते डील कैंसिल हो गई। हालांकि पुलिस के रडार पर भाजपा नेता समेत कई और शख्स आ गए हैं, जो विजय के सहयोग से अतीक की बेनामी संपत्ति को खरीदना चाहते थे। ऐसे लोगों के खिलाफ भी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।