गाजियाबाद। खोड़ा में मतांतरण के मामले में पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में आरोपित अब्दुल्ला और राहिल के मोबाइल का डाटा रिकवर कराया। खोड़ा पुलिस दोनों को जेल से लेकर कोर्ट पहुंची थीं।

पुलिस की टीम दोनों का डाटा खंगालने में जुटी है। पुलिस को उम्मीद है कि अहम सुराग हाथ लग सकते हैं। जिससे केस और मजबूत होगा। पुलिस के मुताबिक, दोनों को शनिवार को डासना जेल से कोर्ट में लाया गया। जहां पर उनके मोबाइल का डाटा रिकवर कराया गया। दोनों के पास से पुलिस को दो मोबाइल मिले थे।

पुलिस की टीमें अब इन डाटा को खंगालने में जुट गई है। पुलिस दोनों के बैंक खातों का विवरण भी निकलवाएगी। जिससे यह पता चल सके कि इनके खातों में फंडिंग तो नहीं आ रही थी। यदि आ रही है तो कहां से आ रही है। यह लोग उन रुपयों को किसके खाते में ट्रांसफर कर रहे थे।

कहां कहां इन रुपये को इस्तेमाल किया जा रहा था। पुलिस को इनके नंबरों की लिस्ट, वाट्सएप ग्रुप, इंटरनेट मीडिया अकांउट पर भी काम कर रही है। जिससे केस को मजबूत करने के लिए ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य एकत्र किए जा सकें। पुलिस गिरोह के सरगना की तलाश में लगी है। जहां से इसका संचालन किया जा रहा था।

जरुरत पड़ी तो लेंगे सर्च वारंट

पुलिस डाटा रिकवर होने के बाद से इनको खंगाल रही है। सूत्रों का कहना है कि एक से दो दिन का समय अभी इन्हें खंगालने में लगेगा। उसे कोई साक्ष्य मिलते हैं। जिससे आरोपितों के घर की तलाशी लेने की जरुरत पड़ती है तो पुलिस सर्च वारंट लेकर घर की भी तलाशी लेगी। कांवड यात्रा खत्म होने के बाद से पुलिस की टीम पूरी तरह से इस मामले में सक्रिय हो गई है।

डाटा रिकवर करा लिया है। पुलिस की टीम उन्हें खंगाल रही है। जो साक्ष्य मिलेंगे। उनके आधार जांच बढ़ाई जाएगी। जिससे केस को और मजबूत किया जाए। सरगना तक पहुंचा जा सके। प्रोफेसर समेत जिन लोगों के नाम प्रकाश में आ रहे हैं। उन्हें जांच में शामिल कर पूछताछ की जाएगी।

यह है मामला

खोड़ा की युवती नोएडा की निजी कंपनी आइ एनरजाइज में नौकरी करती है। इसी कंपनी में संगम विहार, दिल्ली का राहिल भी नौकरी करता था। उसने युवती का मतांतरण कराकर निकाह कर लिया था। युवती के पिता ने खोड़ा थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने उसको नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। जांच में सी 31 आर न्यू कालोनी पलवल के अब्दुल्ला अहमद और जे-एक, 55/06 साउथ दिल्ली, संगम विहार के मुसीर सैफी का नाम सामने आया। पुलिस इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया था।

प्रोफेसर की आगरा में मिली लोकेशन सूत्रों की मानें तो एसआईटी को सर्विलांस की मदद से मैनेजमेंट कॉलेज के प्रोफेसर की लोकेशन मिल गई है। टीम उसे करीब है। उसे पकड़ने में जल्द ही सफलता मिलेगी। उससे मतांतरण के खेल में कितने युवाओं को शिकार बनाया। उसकी संलिप्ता क्या है। सभी पर पूछताछ कर अन्य जानकारियां जुटाई जाएंगी। एएमयू व मैनेजमेंट कालेज हुए खेल के बारे में भी पूछा जाएगा।