जयपुर। राजस्थान में भरतपुर जिले के नदबई में महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद बढ़ गया है। नदबई नगर परिषद ने शुक्रवार को भरतपुर को बसाने वाले स्व. महाराजा सूरजमल और डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की है। लेकिन प्रतिमा स्थापित करने के स्थान को लेकर विवाद हो गया है।

ग्रामीण विशेषकर जाट समाज के लोग सड़कों पर उतर गए हैं। ग्रामीणों ने आगजनी और पथराव भी किया। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

बुधवार देर रात शुरू हुआ बवाल बृहस्पतिवार सुबह तक जारी रहा। अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी नदबई में रहकर हालात पर निगरानी कर रहे हैं। हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।

यह है मामला

क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना की पहल पर महाराजा सूरजमल, अंबेडकर और भगवान परशुराम की प्रतिमा शुक्रवार को स्थापित होनी है। संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल, बैलारा चौराहे पर अंबेडकर और नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने का फैसला किया है लेकिन इस फैसले पर जाट समाज ने आपत्ति जताई है।

जाट समाज ने प्रशासन से कहा कि क्षेत्र में बैलारा चौराहा प्रमुख है, इसलिए यहां महाराज सूरजमल की प्रतिमा लगनी चाहिए। महाराजा सूरजमल प्रदेश के एकमात्र जाट राजा और भरतपुर के संस्थापक थे। जाट समाज के लोगों ने इस मांग को लेकर धरना दिया।

लेकिन अवाना और अधिकारी पूर्व में तय स्थान पर ही प्रतिमा लगाने पर अड़े रहे। इससे नाराज जाट समाज के लोगों ने बुधवार रात को उपद्रव किया। तोड़फोड़ और आगजनी करने के साथ ही पथराव किया। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उधर विश्वेंद्र सिंह के पुत्र अनिरूद्ध सिंह ने जाट समाज का समर्थन किया है।