पटना । बिहार में भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद सीएम नीतीश कुमार लगातार विपक्षी एकता की बात कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ कई बैठकें की और आगामी लोकसभा चुनाव में साथ लड़ने की अपील की थी। इस दौरान उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। इससे पहले वह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिलने दिल्ली में मिलने पहुंचे थे।
नीतीश ने फिर बीजेपी विरोधी गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अब गेंद कांग्रेस के पाले में डाल दी और सोनिया और राहुल गांधी से विपक्षी एकता की पहल करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, मैंने दिल्ली जाकर सोनिया और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। अब कांग्रेस को आगे पर फैसला लेना चाहिए। अगर हम सब मिल जाएं, तब बीजेपी 100 से भी कम सीट जीत सकेगी। इसकारण कांग्रेस को विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए।
वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा, भाजपा के साथ रहने पर आप पर कितना भी दाग लगा होगा वाशिंग मशीन के अंदर साफ कर दिया जाएगा। आप सब लोग देश के संविधान को बचाने के लिए लड़ रहे हैं, इसलिए हम आप सभी को धन्यवाद देते हैं। आज देश का माहौल और परिस्थिति ऐसी है कि भाजपा के खिलाफ बोलने पर आप पर छापे मारे जाएंगे, चरित्र हनन किया जाएगा, छवि को बिगाड़ा जाएगा या जेल भेजा जाएगा। 
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर हमला कर कहा कि आजादी की लड़ाई को भुलाने और नया इतिहास रचने की कोशिश हो रही है। आजादी की लड़ाई में सबका योगदान है। वहीं, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी मौके का फायदा उठाकर  कांग्रेस को सलाह दे डाली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चाहिए कि क्षेत्रीय दल को ड्राइविंग सीट पर बिठाए। जहां सीधी टक्कर है, वहां कांग्रेस खुद लड़े।