जांजगीर । जांजगीर में कांग्रेस के भरोसे का सम्मेलन कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े भी शामिल हुए। उन्होंने संबोधन में मणिपुर और संसद की कार्यवाही का जिक्र किया और कहा कि, मणिपुर जल रहा है, 5 हजार घर को आग लगाई गई। हजारों लोग घर छोडऩे को मजबूर हैं। हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री इस पर कुछ बोलें लेकिन वे मौन नहीं तोड़ रहे। राहुल गांधी मणिपुर पहुंचकर हिंसा प्रभावित लोगों से मिले। हमारे कई सांसद मणिपुर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस बात को उन्होंने संसद में रखा और सवाल किए। इस सवाल का जवाब प्रधानमंत्री ने नहीं दिया। बस कांग्रेस और गांधी परिवार का मजाक उड़ाते रहे।
खडग़े ने आगे कहा कि, इंदिरा और राजीव गांधी के बाद क्या कोई गांधी परिवार से प्रधानमंत्री या मंत्री बना है? राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की। लेकिन बीजेपी सिर्फ नीचा दिखाने की कोशिश करती है। अच्छा होता कि गरीबों और विकास के काम पर केंद्र सरकार कुछ सोचती। खडग़े ने कहा कि पिछले 70 सालों में हमने जो शिक्षा की बुनियाद रखी उसी बुनियाद पर चलकर मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने। छत्तीसगढ़ में भिलाई स्टील प्लांट की नींव हमारी सरकार ने रखी। हमारी सरकार ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम लाकर गरीब और आम जनता को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराई। यह भरोसे का सम्मेलन इसलिए हो रहा है क्योंकि आपके मुख्यमंत्री और उनके नेतृत्व की सरकार ने आपसे जो वादा किया था उसे पूरा किया। छत्तीसगढ़ के लोगों की वजह से मुझे और कांग्रेस को शक्ति मिली, और हमने हिमाचल और कर्नाटक में सरकार बनाई।
सीएम भूपेश ने कहा कि- मिनी माता की धरती पर एआईसीसी अध्यक्ष का स्वागत है। यहां आने के लिए उनका आभार। भूपेश बघेल ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि- रुला-रुलाकर केंद्र सरकार ने हमारा चावल खरीदा। बीजेपी के नेता लगातार झूठ बोल रहे हैं। यहां तक की प्रधानमंत्री भी यहां आकर झूठ बोलकर जाते हैं। कांग्रेस की सरकार मजदूरों को 7 हजार सालाना दे रही है। गरीबों के चावल को खाने का काम बीजेपी ने किया।
इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश ने 467 करोड़ 32 लाख 92 हजार रुपए के कुल 1043 विकास कार्यों की सौगात दी। इनमें 87 करोड़ 24 लाख 21 हजार रुपए से अधिक के 192 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। वहीं 379 करोड़ 78 लाख 71 हजार से अधिक रूपए के 851 विकास कार्यों का खडग़े की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने भूमिपूजन किया। बिलासपुर संभाग के एससी बहुल जिले में खडग़े के दौरे को जातिगत समीकरणों से जोडक़र भी देखा जा रहा है, जिसे साधने के लिए बड़ी सभा आयोजित की जा रही है। इसके साथ ही पार्टी की नजर उन 24 सीटों पर भी है, जो इस संभाग में आती हैं। बिलासपुर संभाग में 8 जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, जांजगीर-चांपा, कोरबा, मुंगेली, रायगढ़, सक्ति, बिलासपुर और सारंगढ़- बिलाईगढ़ हैं। इन जिलों में 24 विधानसभा सीटें आती है, जिनमें 4 अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं, जबकि बाकी सीटों में भी जनसंख्या के हिसाब से स्ष्ट वर्ग का बड़ा दखल है। प्रदेश में कुल 10 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग(स्ष्ट) के लिए आरक्षित है। इनमें बिलासपुर संभाग की 4 सीटें सारंगढ़, मुंगेली, मस्तुरी और पामगढ़ हैं, जो जांजगीर-चांपा जिले के नजदीक ही है। इन 4 आरक्षित सीटों में 2 बीजेपी, 1 कांग्रेस और 1 बसपा के पास है। ये वही 4 सीटें हैं, जहां कांग्रेस का परफॉर्मेंस पिछले चुनाव में कमजोर रहा था।