गोला प्रखंड के बरलंगा थाना से रेलवे पुल तक पीसीसी पथ निर्माण कार्य में शिलापट्ट को लेकर राजनीति गरमा गई है। यह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव से सटा है। पीसीसी पथ का रामगढ़ विधायक सुनीता चौधरी ने 18 जनवरी को भूमि पूजन किया था।

इसके बाद हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा, विधायक सुनीता चौधरी के नाम का शिलापट्ट लगाकर अनावरण किया गया। शिलापट्ट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम नहीं था। पेयजल स्वचछता विभाग से काम हो रहा है।

शिलापट्ट देखकर स्थानीय झामुमो व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसकी जानकारी मुख्यमंत्री की बहन सह जिला परिषद सदस्य रेखा सोरेन को दी। जिप सदस्य ने उपायुक्त के अलावा विभाग के कार्यपालक अभियंता को सूचित करते हुए आपत्ति जताई।

शिलापट्ट में मुख्यमंत्री के साथ-साथ सांसद व विधायक का भी नाम

आनन-फानन में मंगलवार की रात के अंधेरे में सांसद-विधायक के नाम के शिलापट्ट को हटा दिया गया। फिर मुख्यमंत्री द्वारा 27 नवंबर 2023 को इस योजना के लिए किए ऑनलाइन शिलान्यास का शिलापट्ट लगाया गया। इस शिलापट्ट में मुख्यमंत्री के साथ-साथ सांसद व विधायक का भी नाम अंकित है।

विदित हो की 27 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने दादा सोबरन सोरेन के बलिदान दिवस के मौके पर अपने पैतृक गांव नेमरा के लुकैयाटांड में आधा दर्जन सड़कों का ऑनलाइन शिलान्यास किया था। इस पर पुन: विधायक ने 18 जनवरी को भूमि-पूजन कर शिलापट्ट लगा दिया।

योजना की प्राक्कलित राशि 78 लाख 6 हजार 357 रुपये की है। बताया गया कि इसे लेकर जिप सदस्य रेखा सोरेन ने विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि आगे से ऐसा करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।