चेन्नई । कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि वह मोदी सरकार द्वारा 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने के फैसले से खुश हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जो गलती की थी उस गलती को सुधारने में सात साल लग गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत सरकार बाजार में 1000 रुपये के नोट को फिर से पेश करेगी और कहा कि 1000 और 500 रुपये के नोटों को वापस लेना एक बड़ी गलती थी और देश के लोगों ने इस स्वीकार नहीं किया था।
चिंदबरम ने कहा कि विपक्ष ने तब बाजार में 2000 रुपये के नोटों को पेश करने का जोरदार विरोध किया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तब दावा किया था कि 500 और 1,000 रुपये के नोट काले धन के चलन में हैं, इसलिए उन नोटों को वापस ले लिया और 2000 रुपये के नए नोट पेश किए जो न केवल एक गलती थी बल्कि जल्दबाजी में उठाया गया कदम था। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के कदम ने आम आदमी को भ्रमित कर दिया है।