भोपाल । प्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं तेज हवाएं चलने के साथ वर्षा हो सकती है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास बना हुआ है। दक्षिण–पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के अलावा ऊंचाई के स्तर पर उत्तर–पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इस वजह से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी भी मिल रही है। इस वजह से बादल बने हुए हैं। बुधवार को दोपहर के बाद भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं–कहीं तेज हवाएं चलने के साथ वर्षा होने की संभावना है। हालांकि अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो -तीन दिन तक बना रह सकता है। इस दौरान लू चलने की संभावना नहीं है। अलग–अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के कारण बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी आ रही है। इसके चलते राजधानी सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में मध्यम एवं ऊंचाई के स्तर पर बादल बने हुए हैं। हालांकि सुबह के समय धूप के तेवर तीखे रहने के कारण अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी का सिलसिला बना हुआ है। इसी क्रम में मंगलवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 43.5 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया जो मध्य प्रदेश का इस सीजन का सबसे अधिक तापमान है। 24 शहरों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया।