शंघाई । दुखी न हों, मैं चाहता हूं कि तुम लोग मजबूत बनो, ये आखिरी मैसेज कैंसर पीड़ित एक शख्स ने मौत से पहले अपनी बेटी और पत्नी को लिखा था। शख्स कैंसर से पीड़ित था और मौत से पहले कुछ बोल पाने में सक्षम नहीं था, तो पत्नी ने लिखने के लिए कह दिया। उसने जो बातें लिखीं, वो पहले परिवार को समझ नहीं आईं। अपने पिता के कहे अंतिम शब्द जानने के लिए बेटी ने सोशल मीडिया पर मदद मांगी, जिसके बाद एक यूजर ने बता दिया कि इस नोट में दुखी न हों, मैं चाहता हूं कि तुम लोग मजबूत बनो लिखा गया है। इसका मतलब जानने के बाद न केवल मृतक की बेटी बल्कि इंटरनेट यूजर्स भी भावुक हो गए।
यह मामला चीन का है, यहां शंघाई के एक अस्पताल में एक महिला के पिता की कैंसर से मौत हो गई। जिसके बाद उसने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया। उसने लोगों से पूछा कि उसके पिता ने मरने से पहले आखिरी बार उससे और उसकी मां से ये बात कही है, लेकिन लिखा क्या है, यही समझ नहीं आ रहा। बेटी ने बताया कि उसके पिता काफी कमजोर हो गए थे। वह अस्पताल के बेड पर पड़े बोल नहीं पा रहे थे, तो उन्हें लिखने के लिए पेन और पेपर दिया गया, लेकिन इस पर भी वो साफ तरीके से नहीं लिख सके।
सोशल मीडिया पर मदद मांगे जाने के 24 घंटे से भी कम वक्त में एक इंटरनेट यूजर आगे आया। उसने बताया कि नोट पर नौ चीनी कैरेक्टर लिखे हैं, इनका मतलब है, दुखी न हों, मैं चाहता हूं कि तुम लोग मजबूत बनो। इस पोस्ट को करीब 12000 लोगों ने लाइक किया है। महिला ने कहा कि उसके पिता जिद्दी और असंयमित थे। वह भावुक शब्दों को बेकार मानते थे। बेटी ने कहा, अगर उन्होंने ये वाकई में कहा है, तो मैं कल्पना भी नहीं कर सकती कि वो कितने मजबूर होंगे और कितना दुखी महसूस कर रहे होंगे।