डोरंडा थाना क्षेत्र स्थित एयरपोर्ट रोड़ में रहने वाले शहर के एक बड़े बिल्डर नीरज सहाय ने गुरुवार को अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। पोस्टमार्टम होने के बाद शव स्वजनों के हवाले कर दिया गया।

अंदर से बंद था कमरे का दरवाजा

डोरंडा पुलिस का कहना है कि गुरुवार की सुबह बिल्‍डर की पत्नी दोनों बेटी को स्कूल छोड़ने के बाद घर आई और फिर पूजा करने के लिए निकल गई। कुछ देर के बाद पत्नी वापस आई तो नीरज सहाय के कमरे का दरवाजा बंद था। पत्नी ने काफी आवाज दिया लेकिन अंदर से बिल्डर की कोई आवाज नहीं आई। पत्नी ने इसकी सूचना अन्य लोगों को दिया। लोग मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़ दिया।

कमरे से खून से लथपथ शव बरामद

लोगों ने देखा कि नीरज सहाय का शव पड़ा है और पिस्टल बगल में गिरा हुआ है। पुलिस नीरज को लेकर पारस अस्पताल गई लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि पिस्टल लाइसेंसी था।

पिस्टल जब्‍त कर लिया गया है। पिस्टल को एफएसएल भेजा जाएगा। घटना की सूचना पाकर रांची पुलिस के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी लिया। घटना स्थल पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया और बिल्डर के कमरे से फिंगर प्रिंट का नमूना लिया गया।

तुपुदाना इलाके में बड़े पैमाने पर चल रहा था काम

पुलिस का कहना है कि तुपुदाना इलाके में बिल्डर नीरज सहाय का बड़े पैमाने पर काम चल रहा था। रांची खूंटी मार्ग में 600 फ्लैट का निर्माण किया जा रहा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से काम बंद था। इसके अलावा तुपुदाना इंडस्ट्रीयल एरिया में भी निर्माण का काम चल रहा था।

चार तल्ले तक इसका निर्माण हो चुका था, लेकिन इसका भी काम कुछ दिनों से बंद था। पुलिस आशंका जता रही है कि काम बंद होने से बिल्डर परेशान चल रहा था। इसके अलावा बिल्डर का भारी मात्रा में पैसे के लेन देन था। राजधानी के कई बड़े बिल्डर का पैसा नीरज के पास था।

उसी पैसा को लेकर वह और तनाव में चल रहा था। दोनों मामलों में बिल्डर कई दिनों से परेशान दिख रहा था। हालांकि डोरंडा पुलिस का कहना है कि हर बिंदू पर गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करेगी। ्

भाई से बात करने के बाद दिया घटना को अंजाम

बिल्डर नीरज सहाय के भाई ने रिम्स में बताया कि गुरुवार की सुबह सात बजे भाई ने फोन किया था। लेकिन फोन में बिल्डर किसी बात को लेकर परेशान नहीं था। हर बार की तरह शांति से बात करने के बाद फोन बिल्डर ने फोन रख दिया।

मंहगी गाड़ियों का था बिल्डर को शौक

बिल्डर के पड़ोसियों ने बताया कि नीरज सहाय को मंहगी गाड़ियों का काफी शौक था। बाजार में जो भी गाउ़ी आती थी बिल्डर सबसे पहले खरीद लेता था। बिल्डर के घर में कई गाड़ियां लगी हुई है। हाल के दिनों में नीरज सहाय ने एक गाड़ी लिया था।