जयपुर । पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने पंत कृषि भवन में पशुपालन विभाग की बजट घोषणाओं की क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए कहा की राज्य की अर्थव्यवस्था में पशुपालन महत्वपूर्ण योगदान है वहीं राज्य सरकार पशुपालकों के संवर्धन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारी पशुपालकों के हित को प्राथमिकता देते हुए लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा कर बजट घोषणाओं को लागू कर पशुपालकों  को लाभान्वित करें ।
उन्होंने  कहा की शहरी एवं  ग्रामीण पशुपालकों को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करने  एवं पशुओं में होने वाले रोगों की रोकथाम के प्रति जागरूक करने के लिए  विभाग इंटरनेट के माध्यम से समय समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाना सुनिश्चित करे । साथ ही उन्होंने मौजूद विभागीय वरिष्ठ अधिकारीयों को निर्देशित किया की 15  दिवस के अंदर विभाग के  सभी स्तर पर डीपीसी करवा कर विभागीय पदोन्नति की कार्यवाही की जाये। मौके पर मौजूद जि़लों से आये विभागीय प्रतिनिधियों को कटारिया ने निर्देश देते हुए कहा की जि़लों में गौशालाओं  में नियमित रूप से एक निश्चित अंतराल में  पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाये ताकि मौसमी रोगों के साथ पशुओं में होने वाली बिमारियों पर रोकथाम लगे एवं  समय पर  पशुओं का उपचार किया जा सके । श्री कटारिया ने कहा की ग्रामीण स्तर पर विभाग की योजनाओं को पशुपालकों तक पहुंचाने के लिए  बेरोजगार शिक्षित युवाओं को शामिल कर रोजगार सृजन में विभाग की भूमिका तय की जाये। इस मौके पर मौजूद समस्त जि़लों से उपस्थित हुए अतिरिक्त निदेशक एवं संयुक्त  निदेशकों को निर्देशित करते हुए  कहा की  राज्य में  पशुओं के नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम  गर्भाधान का महत्पूर्ण योगदान है व पशुपालकों का भी इस ओर खासा रुझान है अत: विभागीय अधिकारी कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से पशु  नस्ल सुधार में अहम् भूमिका अदा कर पशुपालकों को लाभान्वित करेे।