भोपाल  ।   चुनावी वर्ष में भाजपा-कांग्रेस के नेताओं ने बयानबाजी की बौछार शुरू कर दी है। हनुमान जन्मोत्सव पर गुरुवार को काली घाट मंदिर से निकलने वाली शोभा यात्रा को संबोधित करते भोपाल के पूर्व महापौर और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा ने विधायक आरिफ मसूद पर बयान दिया। उन्होंने मंच से कहा कि जब कोई अपने समुदाय के समारोह में आपको आने नहीं देता, तो आप उन्हें क्यों बुलाते हो? इतना ही नहीं शर्मा बोले कि कोई असूद नहीं, मसूद नहीं। यह हमारा हिन्दू समाज है। सनातन धर्म को मानते हैं। मंदिर में किसी दूसरे संप्रदाय को आने दोगे क्या? क्या वो आपको बुलाते हैं?जवाब मिला नहीं। फिर शर्मा ने कहा कि हमारे इतवारे में कुचबंदिया समाज है, जो हिन्दू समाज का मुख्य अंग है। हिन्दू समाज कुचबदिया समाज के साथ खड़ा है।

इसकी प्रतिक्रिया देने में कांग्रेस कहां चुप बैठती। इंटनेट मीडिया पर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि हनुमान जयंती पर भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा का वीडियो क्या प्रेम का संदेश देता रहा है? यही यह बयान किसी कांग्रेसी ने दिया होता तो उस पर रासुका लगा दी जाती। हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा को काजीकैम्प से निकलने से मना किए जाने पर आलोक शर्मा भड़क उठे। उन्होंने इसी बात को लेकर हनुमान जन्मोत्सव में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को अपने (हिन्दुओं) के कार्यक्रमों में न आने देने की बात कही। वहीं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शर्मा के बयान पर कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हाफिज बोले कि शर्मा भाजपा की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं। लोगों को बांट रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व आलोक शर्मा को आमंत्रित करता हूं कि वो मस्जिद में आएं।